गुरुवार, 6 दिसंबर 2012

पानी की टंकी मामले को लेकर कांग्रेस विधायक दल ने किया बहिर्गमन


 पानी की टंकी मामले को लेकर कांग्रेस विधायक दल ने किया बहिर्गमन
भोपाल 6 दिसंबर 2012। साईंबाबा नगर में ओवर हैड टैंक के अचानक ढह जाने से 7 लोगों की मृत्यु और 37 लोगों के घायल होने के मामले में नगर निगम के दोषी इंजीनियरों को बचाने और पीडि़त परिवारों को पर्याप्त मुआवजा नहीं दिए जाने से नाराज कांग्रेस विधायक दल ने आज विधानसभा में ध्यान आकर्षण के दौरान बहिर्गमन कर दिया। आज सदन को विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी ने कार्यवाही पूरी होने के बाद दोपहर में ही स्थगित कर दिया।
गौर की घोषणा से कर्मचारियों को इत्तेफाक नहीं
नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री बाबूलाल गौर ने विधानसभा में ध्यानआकर्षण के जबाव में बताया कि साईंबाबा नगर की टंकी गिरने से मरने वालों के परिजनों और घायलों को नगर निगम के कर्मचारी एक दिन का वेतन देंगे। इसके अलावा महापौर, परिषद अध्यक्ष और दोनों दल के पार्षद एक महीने का मानदेय भी देंगे।
पीएचई विभाग ने टंकी बनाई पहले पीएचई कर्मचारियों से तो सरकार व नगरीय प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर पैसा ले लें फिर नगर निगम कर्मचारी देंगे। नगरीय प्रशासन मंत्री की इस घोषणा का हम विरोध करते हैं। मानवीय दृष्टिकोण से साईं नगर टंकी गिरने की घटना दुखद है लेकिन इसमें नगर निगम कर्मचारी अपना एक दिन का वेतन क्यों दें यह मेरी समझ से परे है। जबकि इस संबंध में मंंत्री महोदय ने कर्मचारी व कर्मचारी संगठनों से कोई चर्चा नहीं की। यह बात मध्यप्रदेश नगर निगम, नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह सोलंकी ने कही। नगर निगम प्रतिमाह लगभग 11 करोड़ रुपये वेतन वितरित करता है। इस हिसाब से एक दिन का कर्मचारियों का वेतन लगभग 35 लाख रुपए होता है।

 

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