मंगलवार, 25 दिसंबर 2012

सीबीएसई के अनुसार शिक्षा प्रणाली में आधुनिक शिक्षण तकनीकों को शामिल किया जाना ज़रूरी


इन्दौर, 23 दिसम्बर, 2012। तीन दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस ऑफ सहोदय स्कूल काम्प्लेक्स, के दूसरे दिन सीबीएसई ने शिक्षण की आधुनिक तकनीकों पर फोकस किया। तीन विषयों ‘अध्ययन में प्रौद्योगिकी का उपयोग’, ‘परिवर्तनकारी अध्यापन’ एवं ‘21 वीं सदी का शिक्षण’ पर आयोजित पैनल चर्चा के दौरान बोर्ड एवं सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले स्कूलों ने इस बात पर ज़ोर दिया कि समय के साथ साथ अध्ययन-अध्यापन की विधियों में भी परिवर्तन लाया जाना चाहिए।
सीबीएसई के चेयरमैन विनीत जोशी ने सीबीएसई के द्वारा विकसित किए गए एक रूचिकर सोफ्टवेयर का प्रदर्शन किया। इस सोफ्टवेयर के माध्यम से 2007 से लेकर अब तक बोर्ड के हर विद्यार्थी की अध्ययन की विभिन्न प्रावस्थाओं का मूल्यांकन किया जा सकता है। इस सोफ्टवेयर के फायदों के बारे में अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए, उन्होंने बताया, ‘‘इस सर्वेक्षण की मदद से हम हर विद्यार्थी का मूल्यांकन कर सकेंगें, इसके माध्यम से हम समझ सकेंगे कि विद्यार्थी कहां पीछे छूट रहा है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हर विद्यार्थी को लर्निंग का बराबर अवसर मिले तथा अध्यापन में किसी प्रकार का पक्षपात न हो।’’
‘परिवर्तनकारी अध्यापन’ विषय पर पैनल चर्चा के दौरान ट्रेनिंग एण्ड एकेडमिक्स की निदेशक डॉ. साधना पाराशर ने बदलती हुई अध्यापन विधियों पर फोकस करते हुए कहा, ‘‘योग्यता एवं सहयोग, प्रतिस्पर्धा से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। हर स्कूल को यह स्वीकार करना होगा कि उन्हें हर विधार्थी के समग्र विकास की दिशा में काम करना है।’’
‘‘21 वीं सदी का शिक्षण’ विषय पर पैनल चर्चा के दौरा सुश्री रीटा चटर्जी ने विचार व्यक्त करते हुए कहा ‘‘विद्यार्थियों के लिए शिक्षण की सबसे आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाना चाहिए ताकि वे प्रौद्योगिकी के आधुनिकतम विकास का सकारात्मक उपयोग कर सकें।’’
इस सम्मेलन में कई स्कूलों जैसे सलवान पब्लिक स्कूल, गुड़गांव, सनशाईन वल्र्डवाईड स्कूल, गोआ ने भी अपने विचार रखे। इन स्कूलों ने बताया कि किस तरीके से दैनिक स्कूली शिक्षा में आधुनिक शिक्षा प्रणाली को शामिल किया जा सकता है। 
कार्यक्रम के दौरान, चेयरमैन एवं लेफ्टिनेन्ट जनरल राजेश पन्त ने इन्दौर सहोदय कांफ्रेंस के लिए स्मृति चिन्ह भी जारी किए। साथ ही एक शानदार ‘हास्य कवि सम्मलेन’ का आयोजन भी किया गया, जिसमें हिन्दी हास्य कलाकारों ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिया।  

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