सोमवार, 26 नवंबर 2012

राहु-केतु का राशि परिवर्तन खोलेगा प्रगति के द्वार


राहु-केतु का राशि परिवर्तन खोलेगा प्रगति के द्वार
उज्जैन 26 नवंबर 2012। 23 दिसंबर को राहु व केतु का राशि परिर्वतन हो रहा है। राहु वृश्चिक राशि को छोड़कर तुला में तथा केतु वृषभ राशि को छोड़़कर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में दोनों ही ग्रहों को ऐश्वर्य, आकस्मिक लाभ तथा प्रगति का कारक माना जाता है। इनके राशि परिवर्तन से 12 राशियों के जातकों को शुभ फल प्राप्त होगा।
ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला के अनुसार नवग्रहों में राहु-केतु का उल्लेख 7 ग्रहों के बाद आता है। ज्योतिष शास्त्र में राहु को ऐश्वर्य, आकस्मिक लाभ, दिव्य तथा नाग शक्ति धारण करवाने वाला, पूर्वाभास व पैतृक संपत्ति प्रदान करवाने वाला ग्रह माना गया है। वहीं केतु को आकस्मिक प्रगति तथा पदवृद्घि के साथ मोक्ष करवाने का कारक माना गया है। यह दोनो ग्रह राजनैतिक परिर्वतन कराने के लिए भी जाने जाते हैं।
शनि-राहु की युति
इस बार राहु तुला राशि में प्रवेश कर रहे हैं। शनि इस राशि में पहले से विध्यमान है। अत: शनि-राहु की युति बनेगी। शुक्र की राशि में दो प्रभावकारी ग्रहों की युति श्रेष्ठ फलदायी रहेगी।
किस पर क्या प्रभाव
मेष- मेष राशि में केतु का परिभ्रमण होगा इस दृष्टि से आकस्मिक लाभ होगा, प्रगति तथा पद वृद्घि के प्रबल योग बनेंगे।
वृषभ-स्वास्थ्य लाभ होगा, शारीरिक पीड़़ा दूर होगी तथा नए काम बनेंगे।
मिथुन- नई विचारधारा का उदय होगा, वाणी द्वारा लाभ प्राप्ति की संभावना बनेगी।
कर्क- थोड़़े समय में लाभ की आशा न रखते हुए कार्य के प्रति समर्पण भाव से आगे बढ़़े प्रगति होगी।
सिंह- वर्चस्व में वृद्घि तथा कार्य में प्रगति होगी। धन लाभ की संभावना बनेगी।
कन्या- आकस्मिक धन लाभ का योग है। रूके काम पूरे होंगे।
तुला- इसी राशि पर राहु का प्रवेश हो रहा है। अत: अधिक सोचने से बचें, अपने आप को व्यस्त रखें।
वृश्चिक- शुभ समय निकटहै।किसी अच्छी खबर से मन प्रसन्नचित रहेगा। जल्दबाजी में कोईनिर्णय न लें।
धनु- मानसिक शांति मिलेगी। लंबित पड़़े कार्य पूर्ण होंगे। धन आगमन की संभावना बनेगी।
मकर- पूर्व में किए गए सौदे लाभकारी रहेंगे। प्रतीक्षा करते हुए आगे बढ़़ें। व्यापार में शुभ योग बन रहे हैं।
कुंभ- शनि के शुभफल की प्राप्ति होगी। मांगलिक कार्यों का योग बन रहा है।
मीन- शुभ समाचार प्राप्त होंगे। मंगलकार्यों की रूप रेखा बनेगी। धनलाभ होगा।किस पर क्या प्रभाव।

-  (डॉ. अरुण जैन)

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