माँ नर्मदा सामाजिक कुंभ का आयोजन मण्डला में 10 से 12 फरवरी तक
देश के कोने-कोने से आयेंगे लाखों श्रद्धालु, सभी तैयारियां पूर्ण
भोपाल 8 फरवरी 2011। मण्डला में नर्मदा जयंती, 10 फरवरी से तीन दिवसीय मॉ नर्मदा सामाजिक कुंभ का आयोजन किया जा रहा है। आगामी 10 से 12 फरवरी तक होने वाले इस कुंभ में देश के कोने-कोने से लगभग 20 लाख से अधिक श्रद्धालु आयेंगे। कुंभ की सभी आवश्यक तैयारियां पूरी हो चुकीं है। नर्मदा तट पर कुंभ के लिए बनाये गये नये घाट सज - धज कर श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयार है। पूरा शहर कुंभमय हो गया है। जहॉ-तहॉ श्रद्धालुओं के स्वागत सत्कार करने के बैनर पोस्टर लगे हुए हैं। कुंभ स्थल पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये हैं। शाम के समय विद्युत की रोशनी से पूरा कुंभ मेला क्षेत्र जगमग रहता है। मण्डला में नर्मदा तट पर आयोजित इस त्रि-दिवसीय आयोजन में 10 फरवरी को प्रात: 8 बजे यज्ञ, 10 बजे धर्म सभा, सायं 4 बजे संत सम्मेलन,युवा सम्मेलन और महिला सम्मेलन होंगे। संध्या 6.30 बजे महाआरती और रात्रि 8 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
त्रि-दिवसीय आयोजन के कार्यक्रम : इसी प्रकार 11 फरवरी को प्रात: 5 बजे शाही स्नान, 8 बजे यज्ञ, 10 बजे धर्म सभा, सायं 4 बजे संत सम्मेलन,युवा सम्मेलन,महिला सम्मेलन, सायं 6.30 बजे महाआरती और रात्रि 8 बजे से लोकगीत होंगे। शनिवार 12 फरवरी को प्रात: 8 बजे यज्ञ, प्रात: 10 बजे संत सम्मेलन, युवा सम्मेलन,महिला सम्मेलन, अपरान्ह एक बजे धर्म सभा और सायं 5 बजे ध्वजावतरण किया जायेगा।
विशेष कार्यक्रमों के अन्तर्गत 3 फरवरी को भव्य कलश यात्रा संपन्न हो चुकी है। रामकथा 3 फरवरी से प्रारंभ हो चुकी है जो 9 फरवरी तक चलेगी। रामकथा का समय दोपहर 2 से 5 बजे तक है। इसी प्रकार रासलीला 3 फरवरी से प्रारंभ हो चुकी है जो 11 फरवरी तक चलेगी। रासलीला का समय रात्रि 7 से 10 बजे है। वंशावली लेखक सम्मेलन 9 फरवरी को प्रात: 11 बजे से और मॉ नर्मदा चुनरी अर्पण 9 फरवरी को सायं 4 बजे से आयोजित किया जायेगा।
नये घाटों का निर्माण
मॉ नर्मदा सामाजिक कुंभ के लिए तैयारियॉ और व्यवस्थाऍ पूर्ण हो चुकी है। नर्मदा तट पर अनेक सुन्दर घाटों का निर्माण किया गया है। इनमें संगम महाराजपुर में बूढ़ी माई मंदिर पर पार्वतीघाट, गणेशघाट,राधाकृष्ण घाट,गंगा घाट,चौधरी घाट, टंकीघाट, हनुमानघाट, शिवघाट,शनिघाट,अनंतघाट एवं रेवाघाट का निर्माण, संगम महाराजपुर में कार्तिकेय घाट निर्माण और रपटाघाट के नीचे की ओर 4 घाटो का निर्माण किया गया है। इनमें रपटाघाट पर 400 मीटर लम्बा,दो मीटर ऊंचा और सवा तीन मीटर चौड़ा सीमेंट कांक्रीट का बैराज बनाया गया है जिसे 'कुंभ सेतु' का नाम दिया गया है। जिससे श्रद्धालुओं के स्नान के लिए भरपूर मात्रा में जल उपलब्ध होगा। संगम स्थल पर बूढ़ी माई मंदिर से बंजर नदी की ओर नये घाट का निर्माण किया गया है। कारीकोन स्थल पर भी नया घाट बनाया गया है। सभी घाटों पर श्रद्धालुओं के सुरक्षित स्नान के लिए लोहे की चेन और खम्बे लगाये गये है। स्नान के समय मोटर बोट पर तैराक उपस्थित रहेंगे। इसी प्रकार लोक निर्माण विभाग द्वारा मण्डला नगर और कुंभ स्थल के आसपास सड़कों का निर्माण और चौड़ीकरण किया है इनमें महाराजपुर घाघा मार्ग 6 किलोमीटर, मण्डला सहस्त्रधारा मार्ग 4 किलोमीटर, राजीव कालोनी कटरा मण्डला 2.9 किलोमीटर, लालीपुर रंगरेज घाट मार्ग 2.6 किलोमीटर, संगमघाट पौंडी एन.एच. - 12 ए मार्ग 1.3 किलोमीटर, जेल से रानी अवंतीबाई स्कूल मार्ग 0.5 किलोमीटर, महाराजपुर चौक रेल्वे स्टेशन मार्ग 0.65 किलोमीटर, पुरवा रामबाग सकवाह मार्ग 1.2 किलोमीटर, संगम पुरवा सूरजकुण्ड मार्ग 2.58 किलोमीटर, पुराना मण्डला डिण्डौरी मार्ग 1.3 किलोमीटर, गायत्री मंदिर पहुंच मार्ग 0.6 किलोमीटर और विश्राम भवन एवं विश्राम गृह परिसर 0.32 किलोमीटर का निर्माण किया गया है।
इसी प्रकार मेले क्षेत्र में कच्चे मार्गों का निर्माण भी किया गया है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में पेयजल की अच्छी व्यवस्था की है। इसी प्रकार गंदे पानी के निकासी के लिए भी पाईप लाईन डाली गई है। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में विद्युत लाईनें खीची गई हैं जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को रात्रि में प्रकाश व्यवस्था उपलब्ध हो सके। विद्युत ट्रांसफार्मर लगाये गये है जिससे विद्युत की निर्बाध आपूर्ति बने रहे। नगरपालिका मण्डला द्वारा मेला क्षेत्र में 5 हजार अस्थाई शौचालयों का निर्माण भी किया गया है। इसी प्रकार चार सुलभ कॉम्पलेक्स भी बनाये गये है।
चिकित्सा व्यवस्था
स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुंभ क्षेत्र के 6 महानगरों में प्रत्येक में 6 अस्थाई चिकित्सालय बनाये गये हैं। प्रत्येक में 6 बिस्तरीय व्यवस्था है। चिकित्सालय का संचालन 24 घण्टे किया जायेगा। साठ डाक्टर,16 एम्बूलेंस और 200 पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किया गया है। इसके अलावा महाराजपुर क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और जिला चिकित्सालय भी सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधा के साथ तैयार हैं।
कुंभ के लिये 6 महानगर और 51 नगर बनाये गये
मॉ नर्मदा सामाजिक कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए रानी दुर्गावतीपुरम परिसर के अन्तर्गत 6 महानगर बनाये गये हैं और इन महानगरों में 51 नगर बनाये गये हैं। शंकरशाह-रघुनाथ शाह महानगर के अन्तर्गत 6 नगरों ठक्कर बापा नगर, शहीद उदयचंद नगर, त्यागीजी महाराज नगर, महारानी अवंतीबाई नगर, भगवान महावीर नगर और भगवान गौतम बुद्ध नगर का निर्माण किया गया है। इनमें बालाघाट, सिवनी, छिंदवाडा और मण्डला जिले के मवई,भुआ-बिछिया, नैनपुर से आने वाले लोगों की व्यवस्था होगी। माता बम्लेश्वरी महानगर के अन्तर्गत 10 नगर में गुरू घासीदास नगर, पूज्य वल्लभाचार्य नगर, पूज्य गहिरागुरूजी नगर, राजमोहिनीदेवी नगर, मिनीमाता नगर, वीरनारायणसिंह नगर, बाबा साहब भुस्कुटे नगर, क्रांतिकारी गुण्डाधुर नगर, बालासाहेब देशपाण्डे नगर और महामाया नगर बनाये गये हैं। इनमें छत्तीसगढ़ प्रांत से आने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्था होगी। शिवाजी महानगर के अन्तर्गत 7 नगर भारत रत्न डॉ.भीमराव अम्बेडकर नगर, संत गाडगे बाबा नगर और संत तुकडोजी महाराज नगर, संत श्री गजानन महाराज नगर, नरसी मेहता नगर, संत श्री बजरंगदास बप्पा नगर और संत जलाराम नगर बनाये गये हैं। इसमें महाराष्ट्र, विदर्भ, कोंकण, देवागिरी, गुजरात, गोवा एवं आंध्रप्रदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्था होगी। महाराणा प्रताप महानगर के अन्तर्गत 10 नगर भीम भुई एवं स्वामी प्रणवानंद नगर, गुरू तेगबहादुर नगर,संत मीरा बाई नगर,क्रातिकारी बिरसामुण्डा नगर,स्वामी श्रद्धानंद नगर,बालाजी नगर, कनकदास नगर,संत धूनीवाले दादा नगर,राजा भोज नगर और समर्थ रामदास नगर बनाये गये हैं। इनमें राजस्थान, मालवा, मध्य भारत, ओडिसा, बंगाल, आसाम, पूर्वाचंल, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, जम्मूकश्मीर, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, आंध्रप्रदेश, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु से आने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्था होगी।
इसी प्रकार माहिष्मति महानगर के अन्तर्गत 8 नगर पूज्य आदिशंकराचार्य नगर, पूज्य केशव नगर, पूज्य माधव नगर,स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती मण्डप हनुमान मण्डप,केन्द्रीय कार्यालय,केन्द्रीय आवास बनाये गये हैं जिनमें संत आवास, विशिष्टजन आवास, अतिविशिष्टजन आवास, मुख्य मंच, महिला मंच, युवा मंच, मुख्य कार्यालय, आयोजन, समारोह, संचालन, केन्द्रीय प्रबंध समिति से आने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्था होगी और छत्रसाल महानगर के अन्तर्गत 10 नगर मंडन मिश्र नगर, बाला साहब देवरस नगर, योगीराज नगर, गोस्वामी तुलसीदास नगर, नानाजी देशमुख नगर, जाबालि ऋषि नगर, महात्मा कबीर नगर, दादा धनीराम नगर, भगवान बलराम नगर और सहस्त्रबाहु नगर बनाये गये है। जिनमें महाकौशल प्रांत जिला मण्डला (ब्लाक बीजाडांडी, नारायणगंज, निवास, मोहगांव व घुघरी) और जिला डिण्डौरी शामिल है।
सुरक्षा के कड़े प्रबंध
कुंभ स्थल पर सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किये गये है। पुलिस के जवान कुंभ स्थल पर तैनात है। चप्पे - चप्पे पर पुलिस की नजर है। जहॉ-तहॉ सी.सी.टी.वी कैमरे लगाये गये हैं। पुलिस महानिदेशक श्री एस.के.राउत ने भी पिछले दिनों मण्डला का दौरा किया था और कुंभ स्थल का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था।
Date: 08-02-2011 Time: 16:52:17
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