सोमवार, 3 जनवरी 2011
मुंबई हमलों में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे के साथ हुई टेलिफोन पर बातचीत का ब्यौरा मंगलवार को जारी करेंगे।
नई दिल्ली. कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह के ताज़ा बयान ने एक बार फिर सियासी हलचल पैदा कर दी है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश के प्रभारी दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मुंबई हमलों में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे के साथ हुई टेलिफोन पर बातचीत का ब्यौरा मंगलवार को जारी करेंगे।
दिग्विजय ने कहा कि बीएसएनएल एक साल से ज्यादा के टेलिफोन रेकॉर्ड नहीं रखता। इसके बावजूद मेरे पास मुंबई हमलों में करकरे की मौत से कुछ घंटों पहले हुई हमारी बातचीत के रेकॉर्ड हैं।
सिंह ने कुछ दिन पहले यह कह कर सनसनी फैला दी थी कि करकरे ने मौत से कुछ घंटे पहले उनसे फोन पर बात की थी। बातचीत में उन्होंने खुद को हिंदू संगठनों से खतरे का जिक्र किया था।
करीब एक महीने पहले सिंह ने दावा किया था कि मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले के करीब साढ़े तीन घंटे पहले, याने शाम 6 से 7 बजे के बीच उनकी करकरे से बातचीत हुई।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा था, 'मुझे नहीं मालूम है कि हेमंत करकरे की मौत के पीछे आरएसएस का हाथ है या नहीं। लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि उन्हें कई धमकियां मिली थीं। दिग्विजय के मुताबिक हेमंत करकरे ने उन्हें यह भी बताया था कि नागपुर में मौजूद उनके माता-पिता को जान से मारने की धमकी दी जा रही है।'
सिंह ने दावा किया कि करकरे ने उन्हें कहा था कि उनकी जान को उन तत्वों से खतरा है, जो उनके द्वारा की जा रही मालेगांव ब्लास्ट की जांच से नाराज हैं। मालेगांव ब्लास्ट में कथित रूप से हिंदू आतंकवादियों के शामिल होने के सुराग हैं। करकरे ने उन्हें यह भी बताया कि आरएसएस से जुड़ी एक पत्रिका में उनके बेटे के बारे में भी गलत जानकारियां दी गई हैं। पत्रिका में लिखा है कि उनके बेटे को दुबई से 50 करोड़ रुपए का ठेका मिला है, जबकि उनका बेटा केवल 17 साल का है।
सिंह ने दावा किया कि उन्होंने करकरे को मालेगांव ब्लास्ट का खुलासा करने के लिए बधाई दी थी और तभी से वे दोनों नजदीक आ गए थे। सिंह ने दावा किया कि करकरे राजनाथ सिंह सहित कुछ बीजेपी नेताओं द्वारा उनकी प्रतिबद्धता पर शक करने से दुखी थे। सिंह ने कहा कि मालेगांव ब्लास्ट की घटना के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने भोपाल बम ब्लास्ट और महू बम ब्लास्ट के आरोपियों को गिरप्तार किया।
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