शनिवार, 15 जनवरी 2011
मकर संक्रांति पर स्नान ध्यान और दान का दौर
मकर संक्रांति पर स्नान ध्यान और दान का दौर
अर्ध्य देकर उत्तरायण सूर्य का स्वागत
भोपाल 15 जनवरी 2011। राजधानी भोपाल में संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है। आज सुबह श्रद्वालुओं ने तिल स्नान के साथ सूर्य देवता को अर्ध्य दिया और तिल का दान और भोजन किया। बीती देर रात 12.30 बजे के बाद सूर्य ने धनु से मकर राशि में प्रवेश किया, इसके साथ ही शुरू हुए पुण्य पर्व काल में हजारों श्रद्वालुओं ने होशंगाबाद में नर्मदा तट पर भी डुबकी लगाई। पंडितजनों के अनुसार आज सुर्यदेव उत्तरायण हो गए हैं, जो कि मोक्ष प्रदाता माने जाते हैं। परंपरागत तौर पर श्रद्वालुओं ने पतंगबाजी का सिलसिला भी कल से शुरू कर दिया है।
मकर संक्रांति के साथ आज शनिवार दिवस होने से शनि देवता का भी आव्हान किया ला रहा है, साथ ही एकादशी होने के कारण भगवान विष्णु की भी श्रद्वालु उपासना कर रहे हैं। वैदिक विधान को मानते हुए श्रद्वालुओं ने बपने शरीर में तिल का लेपन किया और स्नान ध्यान उपरांत तिल से बने लड्डू आदि दान किए।
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