शिवराज सिंह चौहान ने खेतों में जाकर पाला प्रभावित फसलों का जायजा लिया
संकट की घड़ी में सरकार किसानों के साथ : हरसंभव मदद दी जायेगी
भोपाल 14 जनवरी 2011। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को नरसिंहपुर जिले की तेन्दूखेड़ा तहसील के सुन्हेटी गांव में विभिन्न खेतों में स्वयं जाकर तुषार-पाला प्रभावित फसलों का जायजा लिया। उन्होंने खासतौर पर पाला से प्रभावित अरहर की फसल देखी। मुख्यमंत्री ने किसानों से चर्चा कर उनकी फसलों को हुए नुकसान की जानकारी ली। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि संकट की घड़ी में सरकार पूरी तरह से उनके साथ है। उन्होंने अधिकारियों को क्षतिग्रस्त फसलों का उदारतापूर्वक आंकलन करने के निर्देश दिये ताकि किसानों को ज्यादा से ज्यादा मदद मिल सके।
फसलों के मुआयने के बाद मुख्यमंत्री ने टेकापार में उपस्थितों को संबोधित करते हुए कहा कि गैर लायसेंसी साहूकारों द्वारा की जा रही साहूकारी अवैध है और विधानसभा के आगामी सत्र में सरकार ऐसे कानूनी प्रबंध करेगी कि ऐसे अनाधिकृत साहूकारों के कर्ज लौटाने की जरूरत किसानों को नहीं पड़े। उन्होंने कहा कि नये कानून में यह प्रावधान भी किया जायेगा कि लायसेंस प्राप्त साहूकार किसानों से उस दर से अधिक ब्याज नहीं लें जिस दर पर सहकारी बैंक कृषि ऋण मुहैया कराता है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि किसानों के एक-एक खेत का सर्वे किया जायेगा। यदि 5 एकड़ की फसल में से आधे एकड़ की फसल भी खराब है तो उसका भी मुआवजा दिया जायेगा। इस बारे में उन्होंने मौके पर मौजूद कमिश्नर और कलेक्टर को निर्देशित किया कि किसानों के खेतों का सर्वे जल्द से जल्द कराया जाये। उन्होंने कहा कि जितनी जमीन पर नुकसान हुआ है उतने का आंकलन कर राहत देने की कार्रवाई की जायेगी। श्री चौहान ने बताया कि राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों में संशोधन किया गया है। अब दो हेक्टर असिंचित जोत पर 50 प्रतिशत से अधिक के नुकसान पर साढ़े 4 हजार रूपये प्रति हेक्टर और 2 हेक्टर सिंचित भूमि पर 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने पर साढ़े 8 हजार रूपये प्रति हेक्टर की दर से राहत दी जायेगी। नये नियम के अनुसार अब तुअर को बारहमासी फसल मानते हुए 50 प्रतिशत से अधिक क्षति पर प्रति हेक्टर 11 हजार रूपये के मान से राहत राशि दी जायेगी। किसानों को आगामी कृषि ऋण पर खाद-बीज पर अनुदान की व्यवस्था की जायेगी।
श्री चौहान ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर मध्यप्रदेश में पाला-तुषार से हुए नुकसान से अवगत कराते हुए केन्द्रीय सहायता की भी मांग की है। प्रधानमंत्री ने प्रदेश में सर्वे टीम भेजने के लिए आश्वस्त किया है। मुख्यमंत्री ने फसल बीमा योजना को त्रुटिपूर्ण बताते हुए कहा कि इस योजना में तहसील इकाई होने से किसानों को इसका वास्तविक लाभ नहीं मिल पा रहा है। फसल बीमा में किसान प्रीमियम तो देता है पर उसे इस का लाभ नहीं मिलता। उन्होंने फसल बीमा योजना में किसान को इकाई बनाने पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर जिले के साथ-साथ नरसिंहपुर जिले में भी गरीबों के कल्याण के लिए अंत्योदय मेला लगाया जायेगा।
Date: 14-01-2011 Time: 22:17:37
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