पेट्रोल मूल्यवृद्धि से महंगायी के पर लगेंगे - प्रभात झा
भोपाल 16 जनवरी 2011। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद प्रभात झा ने कहा कि महंगायी ने तीज-त्यौहारों की रौनक बिगाड़ने के बाद तीस दिनों में दूसरी बार पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि करके महंगायी बढ़ाने में आग में घी डालने का काम किया है। छ: महिनों में यह पेट्रोल की सातवीं मूल्यवृद्धि है।
प्रभात झा ने ने कहा कि दाल पहले ही आम आदमी की थाली से गायब हो गई थी। प्याज के बढ़ते मूल्यों ने महंगायी पर तड़का लगा दिया है। केन्द्र सरकार के विरोधाभाष का शिकार देश का आम आदमी हो रहा है। केन्द्र सरकार ने प्याज का सस्ते मूल्यों पर जानबूझ कर निर्यात किया। निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिये जाने के बाद भी निर्यात चोरी छिपे जारी रखा गया। कमोबेश यही हालत चांवल और चीनी की रही। देश में ग?ा का बंपर उत्पादन होने के बाद चीनी को वायदा बाजार के लिए खोल दिया गया, जिससे भाव चढ़कर चौगुना हो चुके हैं। चीनी का स्वाद बिगड़ गया है। केन्द्र सरकार की आर्थिक नीतियां आम आदमी के चैन और सुकून को छीन रही है। पेट्रोल मूल्यवृद्धि से महंगायी को नये पंख लगेंगे और जनता की कमर टूट जावेगी।
प्रभात झा ने कहा कि एक वर्ष में पेट्रोल के दामों में प्रतिलीटर 11 रु. की वृद्धि के पीछे केन्द्र सरकार की गलत नीतियां हैं। केन्द्र सरकार तटकर, आबकारी शुल्क में कमी और शुल्कों का युक्तयुक्तीकरण करके मूल्यवृद्धि को टाल सकती थी। क्योंकि पेट्रोल पर परिवहन और औद्योगिक उत्पादन निर्भर है। इस मूल्यवृद्धि का असर आम आदमी पर पड़ेगा। पहले से महंगायी से जूझ रही जनता पर मूल्यवृद्धि का असर घातक होगा।
प्रभात झा ने कहा कि पेट्रोलियम उत्पाद मूल्यवृद्धि को केन्द्र सरकार ने सार्वजनिक कंपनियों के मुनाफा और निजी क्षेत्र को शोषण का साधन बना दिया है।
27, 2010 फरवरी से मूल्यवृद्धि का सिलसिला: पेट्रोल 51.10 रु. डीजल 39.09 रु., 1 जून, 2010: 51.39 रु, डीजल 39.32, 25 जून, 2010: पेट्रोल 55.54 रु. डीजल 41.35 रु. 5 सितम्बर, 2010: पेट्रोल 55.66 रु. 20 सितम्बर, 2010: पेट्रोल 55.93 रु., 5 अक्टूबर, 2010: पेट्रोल 56.51 रु., 7 नवम्बर, 2010: 56.85 रु. 14 दिसम्बर, 2010: 60.06 रु., 16 जनवरी, 2011: 62.78 रु।
Date: 16-01-2011
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