सोमवार, 17 जनवरी 2011

मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये हैं कि क्षतिग्रस्त फसलों का आंकलन तत्परता और उदारता से किया जाये।

रायसेन जिले के भारकच्छ और गडरवास में पाला से प्रभावित फसलों का निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि उन्हें चिंता करने की बिलकुल जरूरत नहीं है। अभूतपूर्व संकट की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह उनके साथ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये हैं कि क्षतिग्रस्त फसलों का आंकलन तत्परता और उदारता से किया जाये। फसल की क्षति का आकलन कुछ अधिक भले ही हो जाये लेकिन कम नहीं। सभी तरह की फसलों के लिये राहत दी जायेगी। उन्होंने कहा कि पाला प्रभावित किसानों को राहत के लिये 500 करोड़ रुपये की राशि अलग रखी गई है। ऋण वसूली स्थगित की गई है और इस साल का ब्याज सरकार देगी।
श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन ने किसानों को एक प्रतिशत ब्याज दर पर कर्ज देने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। अवैध साहूकारों पर सख्ती से कार्यवाही की जा रही है। किसानों के लिये अनेक तरह की व्यवस्थाएं की जा रही हैं और खाद-बीज पर अनुदान दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने मदादन घाट पर सामुदायिक भवन के निर्माण, नर्मदा घाट के चौड़ीकरण, घाट तक पहुंचने के लिये 500 मीटर सीमेंटेड सड़क के निर्माण और हैण्डपम्प लगवाने की घोषणा की।
बीमारों को सहायता
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित महेन्द्र सिंह को इलाज के लिये एक लाख रुपये तथा मीना बाई को इलाज के लिये 10 हजार रुपये स्वीकृत किये। निरीक्षण के दौरान मध्यप्रदेश कृषि उद्योग विकास निगम के अध्यक्ष श्री रामकिशन चौहान और पूर्व मंत्री श्री रामपाल सिंह भी मुख्यमंत्री के साथ थे।

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