भोपाल। काग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह एक बार फिर विश्व हिंदू परिषद और भाजपा पर जमकर बरसे। गुरूवार को यहां दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा देश और हिंदू -मुस्लिम को बाटने की राजनीति करती है। भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय एकता यात्रा भी उसी का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल जहा भी जाएंगे स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के भक्त उनका विरोध करेंगे।
अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए दिग्विजय ने कहा कि पहले भाजपा वाले अपने घरों पर लगे दुरंगे झडे को निकाल कर वहा तिरंगा फहराएं। उसके बाद कहीं और तिरंगा फहराने की बात करें। कश्मीर में हर सरकारी इमारत पर तिरंगा फहराया जाता है। यात्रा निकाल कर तिरंगा फहराना देश को बाटने का षड़यंत्र है।
स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के बारे में विहिप नेता अशोक सिंघल के कथित बयान पर टिप्पणी करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि सिंघल जहा भी जाएंगे स्वामीजी के भक्त उनका विरोध करेंगे। सिंघल और विहिप राम मंदिर निर्माण के नाम पर जुटाई गई करोड़ों की राशि भी हजम कर गए। सिंह ने यह नहीं बताया कि सिंघल ने स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के बारे में क्या टिप्पणी की।
प्रभात का पलटवार
इधर दिग्विजय के बयान पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष प्रभात झा ने पलटवार किया है। झा ने कहा कि दिग्विजय सिंह नए पाकिस्तान का जन्म चाहते हैं। श्री झा ने कहा कि दिग्गी जिस तरह की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं वह अनुचित है। हम उन्हें बता देना चाहते हैं कि अब कोई नया पाकिस्तान नहीं बनेगा। जनता युवा मोर्चा के गणतंत्र दिवस पर श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने के कार्यक्रम को देश को बाटने का षड़यंत्र बताने संबंधी बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए झा ने गुरूवार यह बात कही।
झा ने पत्रकारों से कहा कि दिग्विजय या काग्रेस यह बताए कि क्या वह इस देश का एक और विभाजन करने का इरादा रखती है। युवा मोर्चा के राष्ट्र को जोड़ने वाले कार्यक्रम की आलोचना कर उन्होंने अपने इसी मंतव्य को दर्शाया है। झा ने पूछा, क्या लाल चौक इस देश का हिस्सा नहीं है? वहा झडा फहराना क्या इस देश के नागरिक का मौलिक अधिकार नहीं है? आखिर काग्रेस कश्मीर मुद्दे पर इस तरह की बयानबाजी क्यों करती है जबकि सब जानते हैं कि यह मसला उसी की वजह से उलझा है। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी द्वारा दिग्विजय को चिल्लर नेता बताए जाने के संबंध में झा ने कहा कि यह एक ऐसा सच है जो कुछ देर से सामने आया है।
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