गुरुवार, 20 जनवरी 2011
काग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश सरकार के मंत्रियों की संपत्तिकी जाच कराने की माग की है।
Jan 21, 2011 bhopal
भोपाल। काग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश सरकार के मंत्रियों की संपत्तिकी जाच कराने की माग की है। उन्होंने दावा किया कि अगर ऐसा हुआ तो मंत्रियों के पास सैकड़ों करोड़ रुपये की संपत्तिमिलेगी। सिंह ने पत्रकारों से कहा, 'जब मंत्रियों के पास इतना पैसा मिलेगा तो आप समझ सकते हैं कि मुख्यमंत्री के पास कितनी दौलत होगी। मुझे यह भी मालूम है कि मुख्यमंत्री ने कहां-कहां अपना पैसा लगा रखा है।'
दो दिन की यात्रा पर गुरुवार को सुबह भोपाल पहुंचे दिग्विजय ने अपने आवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। जब प्रदेश के अफसरों के पास से अरबों की संपत्तिमिल रही है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि मंत्रियों के पास कितनी संपत्तिहोगी।
उन्होंने माग की कि इस बात की जाच होनी चाहिए कि मंत्रियों के पास वर्ष 2003 में कितनी संपत्तिथी और 2010 में कितनी? इस जाच से पता चलेगा कि मंत्रियों के पास सैकड़ों करोड़ की संपत्तिहै। इस स्थिति में अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री के पास कितनी संपत्तिहोगी।
उन्होंने कहा, मंत्रियों के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का खुलासा इस बात से होता है कि आयकर विभाग जिस तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री को कमीशन खोर कहता है, उसको दोबारा मंत्री बनाया गया, क्योंकि शिवराज सरकार बिना कमीशन लिए कोई काम नहीं करती है। इतना ही नहीं, मंत्रियों से लेकर राज्य मंत्रालय वल्लभ भवन तक के अधिकारी भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी द्वारा उन्हें चिल्लर बताए जाने पर दिग्विजय ने कहा, 'मैं 10 साल तक मुख्यमंत्री और पाच साल मंत्री रहा। इसके बावजूद चिल्लर हूं। मगर गडकरी तो कुछ समय के लिए मंत्री रहे और कभी एक चुनाव भी नहीं जीते, आज वह खरबपति हैं। यही फर्क है उनमें और मुझमें।'
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