गुरुवार, 27 जनवरी 2011

चेन्नई के व्यापारियों से फिरौती का वसूला धन

ग्वालियर, जागरण संवाददाता। पुलिस ने चेन्नई के दो व्यापारियों का अपहरण करके उनको छोड़ने के एवज में वसूली गई फिरौती की रकम के करीब 33 लाख रुपये डकैतों के एक एजेंट के परिजनों से बरामद किए हैं। यह धन शिवपुरी जिले के देवरी गांव में जमीन के अंदर दबाकर रखा गया था। इस खुलासे के बाद अब यह रहस्य और गहरा गया है कि व्यापारियों का अपहरण धौलपुर के डकैतों ने किया था या फिर उन्हें एजेंट के पास ही बंधक बनाकर रखा गया था।

बुधवार को ग्वालियर रेंज के आईजी अरविंद कुमार ने जानकारी दी कि 15 जनवरी को राजस्थान के कुख्यात डकैत राजेन्द्र सेहरोन के एजेंट कमल किशोर को गिरफ्तार किया गया था। उस समय उसके पास से करीब दो लाख रूपए मिले थे। जब उससे पूछताछ की गयी तो यह बात सामने आई कि कमल किशोर ने व्यापारियों से वसूला गया धन अपने परिजनों को दे दिया था। कमल किशोर का परिवार बीस जनवरी के आसपास डबरा में भी देखा गया था। बाद में पुलिस ने अपना खुफिया जाल बिछाया तो जानकारी मिली कि शिवपुरी जिले के नरवर थाना क्षेत्र के देवरी गांव में कमल किशोर का जीजा नवल सिंह रहता है। फिरौती के रूप में वसूला गया धन उसी के पास रखा है। पुलिस ने देवरी स्थित नवल सिंह के मकान में छापा मारा तो घर के अंदर जमीन में दबे हुए 33 लाख रुपये मिल गए। यह धन आज पुलिस ने मीडिया के सामने भी पेश किया।

इस खुलासे के बाद यह सवाल और ज्यादा गहरा गया है कि चेन्नई के दोनों व्यापारियों, करुणानिधि व सिंदिल कुमार का अपहरण डकैत राजेन्द्र सेहरोन के लिए किया गया लेकिन क्या दोनों व्यापारी एजेंट कमल किशोर के पास ही रहे? पुलिस अफसरों ने इस सवाल का जबाव नहीं दिया। पुलिस इसी बात से खुश नजर आई कि पहली बार इस प्रकार से फिरौती की रकम बरामद की गयी है। अब वह कमल किशोर के परिजनों को इस अपहरण में सहयोगी होने पर गिरफ्तार करने में जुट गयी है।

Gawaleyer27-1-2011

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