दक्षता संवर्धन के लिये विकासखण्ड अकादमिक समन्वयकों को मिलेगा तीन दिवसीय प्रशिक्षण
Bhopal: Friday, January 21, 2011: Updated 09:58IST
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प्रदेश के विकासखण्डों में कार्यरत अकादमिक समन्वयकों को शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु संचालित किये जा रहे कार्यक्रमों की मॉनीटरिंग एवं संचालन आदि के लिये तीन दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण भोपाल में दिया जायेगा। उक्त जानकारी देते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस ने बताया कि जिला परियोजना समन्वयकों को निर्देश जारी कर प्रतिभागियों को निर्धारित प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने को कहा गया है।
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प्रदेश के विकासखण्डों में कार्यरत अकादमिक समन्वयकों को शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु संचालित किये जा रहे कार्यक्रमों की मॉनीटरिंग एवं संचालन आदि के लिये तीन दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण भोपाल में दिया जायेगा। उक्त जानकारी देते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस ने बताया कि जिला परियोजना समन्वयकों को निर्देश जारी कर प्रतिभागियों को निर्धारित प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने को कहा गया है।
श्रीमती अर्चना चिटनीस ने बताया कि राज्य में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद शैक्षिक विकास से जुड़े कार्यक्रमों की नियमित मॉनीटरिंग एवं संचालन व्यवस्था को और सुदृढ़ किये जाने की आवश्यकता को देखते हुए उक्त प्रशिक्षण आयोजित होगा। जिलों में पदस्थ समस्त विकासखण्ड अकादमिक समन्वयकों के क्षमता संवर्धन हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन शाहपुरा स्थित आईकफ आश्रम में होगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम का पहला चरण 27 से 29 जनवरी को होगा, जिसमें श्योपुर, भिण्ड, मुरैना, शिवपुरी, ग्वालियर, गुना, अशोकनगर, दतिया एवं धार के 159 प्रशिक्षणार्थी भाग लेंगे। चार से छह फरवरी को होने वाले दूसरे चरण में देवास, इंदौर, झाबुआ, अलीराजपुर, उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, शाजापुर, नीमच तथा हरदा के 156 प्रशिक्षणार्थी शामिल होंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का तीसरा चरण सात से नौ फरवरी को होगा, जिसमें खण्डवा, बुरहानपुर, खरगौन, बड़वानी, छतरपुर, टीकमगढ़, दमोह और पन्ना के 156 प्रशिक्षणार्थी हिस्सा लेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के चौथे चरण में 159 बीएसी (ब्लॉक एकेडमिक को-आर्डीनेटर) भाग लेंगे, यह 10 से 12 फरवरी तक होगा। इसमें राजगढ़, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, छिन्दवाड़ा, बालाघाट व डिण्डोरी की भागीदारी होगी। 13 से 15 फरवरी को होने वाले पांचवे चरण में मण्डला, सिवनी, रीवा, सतना, सीधी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया के 162 प्रशिक्षणार्थी सम्मिलित होंगे। इसी तरह 21 से 23 फरवरी को होने वाले छठवें चरण में सागर, भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, होशंगाबाद और बैतूल के 147 प्रशिक्षणार्थी भाग लेंगे।
प्रशिक्षण के उद्देश्य एवं कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए श्रीमती अर्चना चिटनीस ने बताया कि इसमें शिक्षा का अधिकार अधिनियम के संबंध में सम्पूर्ण समझ एवं संचालन सुनिश्चित करने हेतु जानकारी दी जायेगी। सर्वशिक्षा अभियान की विभिन्न योजनाओं के साथ दक्षता संवर्धन, एबीएल, एएलएम, ब्रीजिंग कोर्स की जानकारी दी जायेगी। ब्लॉक समन्वयकों को विभिन्न ग्रांट्स, वित्तीय प्रावधान, ऑडिट आपत्तियों का निराकरण एवं भण्डार क्रय नियमों से अवगत कराने के साथ-साथ बच्चों को नि:शुल्क प्राप्त होने वाली सुविधाओं तथा डाईस, एजुकेशन पोर्टल, हेड स्टार्ट और कॉल सेंटर की जानकारी व उपयोग के बारे में बताया जायेगा। उन्हें निर्माण कार्य की मॉनीटरिंग हेतु पर्याप्त समझ, समावेशित शिक्षा, मॉनीटरिंग, साक्षर भारत योजना, शोध एवं मूल्यांकन एवं प्रशिक्षण के अंतर्गत समय-समय पर दिये गये निर्देशों के पालन और क्रियान्वयन की ट्रेनिंग भी दी जायेगी। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में ब्लॉक अकादमिक समन्वयकों की उपस्थिति अनिवार्य की गई है, उनकी जगह कोई प्रतिनिधि मान्य नहीं होगा। एबीएल मूल्यांकन में सहभागिता करने वाले तथा योग्य नहीं पाये जाने वाले बीएसी इसमें भाग नहीं लेंगे। प्रतिभागियों को प्रशिक्षण के एक दिवस पूर्व प्रशिक्षण स्थल पर उपस्थित होने को कहा गया है।
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