काली सूची में दर्ज घोटालों में लिप्त निर्यातक संस्थान को
केन्द्र सरकार ने सम्मानित किया - डॉ. किरिट सौमैया
भोपाल, 15 जनवरी 2011। कांग्रेसनीत यूपीए सरकार की महंगाई और घोटालो को रोकने की घोषणा महज भुलावा है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव डॉ. किरिट सौमैया ने इंदौर में कहा कि विरोधाभास पैदा करना कांग्रेस की सोची समझी रणनीति है। प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह, प्रणव मुखर्जी और मंत्रियों का समूह शक्कर के निर्यात पर प्रतिबंध की मांग करते है और कृषि मंत्रालय शरद पवार के नेतृत्व में शक्कर के निर्यात की घोषणा कर देते है। विरोधाभास यही सहम नहीं होता। डॉ. सौमैया ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवष्यक वस्तुओं, कृषि उत्पादों, फार्वड टे?डिंग (कमोडिटी एक्सचेंज) पर प्रतिबंध लगाने का वक्तव्य देते है लेकिन शरद पवार ने फार्वड टे?डिंग फिर से शुरू करवा दिया। देष में चीनी का बंपर उत्पादन होने के बाद महंगाई के कारण शक्कर का मिठास कड़वा हो गया है।
डॉ. सौमैया ने कहा कि कांग्रेसनीत यूपीए सरकार की दिषा और दषा सोचनीय है। एक ओर केन्द्र सरकार 2500 करोड़ रू. के चावल निर्यात घोटाला में सीबीआई जांच की घोषणा करती है उसी समय इस घोटाला में लिप्त लोगों को पुरस्कार से नवाजती है। अमीरा फुड्स मर्यादित को कांग्रेस सरकार ने काली सूची में डाला, लेकिन उसी को निर्यात श्री अवार्ड से सम्मानित किया। कमलनाथ (तत्कालीन वाणिज्य मंत्री) ने प्रतिबंध के बावजूद गैर पारदर्षी तरीके से चावल निर्यात करा दिया। अमीरा फुड्स ने ही यह करामात की। लोकसभा में इस घोटाला को भाजपा और विपक्षी दलों ने उठाया। केन्द्र सरकार ने घोटाला होना कबूल किया। अमीरा फुड्स को काली सूची में डाल दिया गया। सीबीआई जांच शुरू की गयी, जांच जारी है, लेकिन उसी दागी अमीरा फुड्स को बेस्ट एक्सपोर्टर का पुरस्कार केन्द्र और निर्यात संवर्धन परिषद ने दे दिया। वाणिज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अमीरा फुड्स के समूह प्रबंध संचालक करन चानना को सम्मान भेंट किया।
डॉ. किरिट सौमैया ने कहा कि इस मामले में भारतीय जनता पार्टी ने मंत्रालय और अधिकारियों से क्षमा याचना करने की मांग की है। डॉ. सौमेया ने केन्द्र सरकार से स्पष्टीकरण की मांग करते हुए कहा कि कांग्रेस के मंत्रियों की मिलीभगत से सरकार को 4 लाख करोड़ रू. की क्षति पहंुची है। इसने महंगाई की आग लगायी है। टू-जी स्पेक्ट्रम घोटाला, कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला, 58 हजार करोड़ रू. के अन्न सड़ने के घोटाला, चावल निर्यात घोटाला से देष को 4 लाख करोड़ रू. की चोट पहंुची है। इन घोटालों की जांच घोटालों पर परदा डालने की कोषिष सिद्ध हो रही है।
Date: 15-01-2011
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