इंसान की कीमत पर नहीं हो विकास
भोपाल गैस त्रासदी की पुनरावृत्ति नहीं होने का संकल्प लें, मुख्यमंत्री श्री चौहान सर्वधर्म प्रार्थना एवं श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए
भोपाल 3 दिसंबर 2010। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान आज भोपाल गैस त्रासदी की 26वीं बरसी पर आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए। सभा का आयोजन बरकतउल्ला भवन सेंट्रल लायब्रेरी में किया गया था। सभा में सनातन, इस्लाम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और बोहरा धर्मगुरूओं ने गैस त्रासदी के दिवंगतों के लिये प्रार्थना की। उपस्थित नागरिकों ने दो मिनट का मौन रखकर भोपाल गैस त्रासदी के दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मानव निर्मित त्रासदी में मौत का दर्द कुछ ज्यादा ही होता है। उन्होंने कहा कि भोपाल गैस त्रासदी की पुनरावृत्ति नहीं हो और त्रासदी पीड़ितों के जीवन में खुशियाँ लाने का संकल्प ही सच्ची श्रद्धांजलि होगा। श्री चौहान ने कहा कि गैस त्रासदी के पीड़ितों का जीवन कष्ट और दु:ख से भरा है। भावी पीढ़ी के सामने भी सवाल खड़ा है। विकास की ये कीमत क्या उचित है। ऐसा विकास क्यों और किस के लिये इस पर हमें विचार करना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंसान की कीमत पर कोई भी विकास नहीं हो सकता है। उन्होंने दिवंगतों को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी आत्माओं की शांति और परिजनों को दु:ख सहन करने की शक्ति देने के लिये परमपिता परमात्मा से प्रार्थना की। सभा में सनातन धर्म की ओर से डॉ. शिवदत्त शास्त्री, इस्लाम धर्म की ओर से मौलाना नाजिम मदरसा जीनतउल कुरान, सिख धर्म की ओर से ज्ञानी दिलीप सिंह, ईसाई धर्म की ओर से फादर आनंद मुटुंगल, बौद्ध धर्म की ओर से भंते सारीपुत्र, जैन धर्म की ओर से पं. मदनमस्त जैन, और बोहरा धर्मगुरू आमिल साहब शेख मोहम्मद भाई ने दिवंगतों के लिये प्रार्थना की। सभा का संचालन श्री संतोष तिवारी ने किया। सर्वधर्म प्रार्थना सभा और श्रद्धांजलि कार्यक्रम में गृह मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, म.प्र. पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री ध्रुवनारायण सिंह, विधायक श्री आरिफ अकील, मुख्य सचिव श्री अवनि वैश्य, सचिव गैस त्रासदी राहत एवं पुर्नवास श्री एस.आर.मोहन्ती, संभाग आयुक्त श्री मनोज श्रीवास्तव, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे।
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