अगला आंदोलन केंद्र के विरुद्ध होगा: शर्मा
वल्लभ भवन को कब्ज में लेंगे किसान
भोपाल, 22 दिसंबर 2010। अखिल भारतीय किसान संघ के प्रदेशाध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ने कहा कि हाल-फिलहाल तो किसानों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है। क्योंकि सरकार और उनकी पचास मांगों पर सहमति बन गई है। लेकिन यदि इसके बाद भी सरकार ने उनकी बची हुई मांगों पर गौर नहीं किया तो किसान स्वयं ही वल्लभ भवन पर कब्जा कर लेंगे और खुद ही मंत्रालय का कामकाज चलाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारा अगला निशान केंद्र पर होगा।
उन्होंने बताया कि आंदोलन के प्रथम चरण में ही वह वल्लभ भवन को कब्जे में लेने वाले थे लेकिन सरकार के रुख को देखते हुए उन्होंने अपना फैसला बदल दिया। श्री शर्मा ने कहा कि किसानों द्वारा आंदोलन का यह फैसला त्वरित नहीं, बल्कि प्रदेश में जारी भ्रष्टाचार के फलस्वरूप किसानों के साथ हो रहे अन्याय के विरुद्ध था। उन्होंने बताया कि सरकार की नीतियों और उसके रवैये पर अंकुश लगाना पड़ेगा। यह तब तक बंद नहीं होगा, जब तक कि व्यवस्थाएं अनुकूल नहीं होतीं। खाद और लागत मूल्य के निर्धारण के लिये केंद्र सरकार को इसके लिये जवाबदेह बताते हुए श्री शर्मा ने कहा कि हमारा अगला आंदोलन केंद्र के विरुद्ध होगा। लेकिन अमली जामा उौन में फरवरी माह में हो रहे किसान मंच के राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद पहनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रदेश का किसान जागरूक है और इस आंदोलन के बाद यह साफ भी हो गया है कि वह बीमारी का इलाज भी जानता है। सरकार द्वारा दिए गए आश्वासन पर उन्होंने कहा कि हमने सरकार के प्रतिनिधि के आश्वासन का सम्मान करते हुए अपने आंदोलन में परिवर्तन किया है कि हमें आज से ही कुछ मांगों के निरारकरण के आदेश मिलने लगेंगे। श्री शर्मा ने कुछ अखबारों में छपी इस तरह की खबरों का खंडन किया है कि यह आंदोलन किसी भाजपा नेता की शह पर दिए गए सरकारी अनुदान से हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि किसकी को किसानों और उनके समूह की विश्वसनीयता पर जरा भी संशय है तो वह सूचना के अधिकार से इस बाबत पूरी जानकारी लेकर शंका का समाधान कर सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें