पश्चिम बंगाल के रास्ते आतंकवादियों व नक्सलियों को हथियार सप्लाई करने के मामले में आज ग्वालियर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शहर की दो बंदूक दुकानों को सील करके उनके मालिक के साथ रिकार्ड तलब कर लिया है। आंतकवादियों को ग्वालियर से हथियार सप्लाई करने का खुलासा लखनऊ एसटीएफ की कार्रवाई के बाद हुआ था।
एक दिन पहले लखनऊ पुलिस की एसटीएफ ने दो लोगों, रामप्रताप भदौरिया और मनवीर सिंह बोहरा को चार तीस बोर की बंदूकें और 1400 कारतूसों के साथ पकड़ा था। इन लोगों ने एसटीएफ को बताया था कि वे पश्चिम बंगाल में ये हथियार देने जा रहे थे और इन्हें ग्वालियर के शान गन हाउस व अग्रवाल गन हाउस से लेकर आए हैं। इसके अलावा ऐसे हथियार वे करीब तीस बार ग्वालियर ले लाकर सप्लाई कर चुके हैं। इस बात की सूचना लखनऊ एसटीएफ ने ग्वालियर के एसपी मकरंद देउस्कर को तत्काल दी। इस सूचना के आधार पर पुलिस तुरंत ग्वालियर के फालका बाजार स्थित बंदूकों की दुकान शान गन हाउस व अग्रवाल गन हाउस पर पहुंची और उसे सील कर दिया। इन बंदूकों की दुकान के मालिक अशोक अग्रवाल को भी पुलिस ने बुलाया, लेकिन वह चकमा देकर फरार हो गया। पुलिस के मुताबिक अशोक अग्रवाल ने कागजों में हेराफेरी करके ये हथियार इन दोनों व्यक्तियों को दिए थे। ये व्यक्ति नक्सलियों को हथियार पहुंचाने का काम करते हैं।
इसके पहले भी हथियार विक्रेता अशोक अग्रवाल का रिकार्ड हमेशा से संदेह के घेरे में रहा है और ग्वालियर के ही एक हथियार विक्रेता की हत्या में इसका हाथ बताया जाता है। इसके अलावा यह हथियार हमेशा से गलत हाथों में बेचता रहा है। चूंकि अशोक अग्रवाल के संबंध ऊपर तक हैं, जिसके कारण वह हमेशा बच जाता है और धड़ल्ले से अवैध रूप से हथियार बेचने का काम करता रहता है।
28-12-2010
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