शुक्रवार, 24 दिसंबर 2010

तीन दिनी इज्तिमा 25 दिसंबर से दुनियाभर से आने लगी जमातें

तीन दिनी इज्तिमा 25 दिसंबर से दुनियाभर से आने लगी जमातें
भोपाल, 24 दिसंबर 2010। मानव कल्याण के लिये अमन का संदेश देने के लिए 64वां अंतर्राष्ट्रीय तब्लीगी इज्तिमा राजधानी में 25 दिसंबर से शुरू होगा जिसके लिए दुनियाभर से जमातों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। राजधानी में यह इज्तिमा इस्लाम नगर के घासीपुरा ईंटखेड़ी में होगा जहां इसके लिये व्यापक इंतजाम किये गए हैं। माना जा रहा है कि इज्तिमा में इस बार विभिन्न प्रांतों से 1500 से अधिक जमातें शामिल होंगी।
इज्तिमा के तीनों दिन फजीर, जौहर, आसिर और मगरीब की नमाज के बाद इस्लामी शिक्षा पर आधारित तकरीरें होंगी। तब्लीगी मरकज दिल्ली और विदेशों से आए उलेमा हजरात इस्लामी ॰ष्टिकोण एवं पैगम्बर हजरत मोहम्मद की जीवनी पर आधारित व्याख्यान देंगे और तीनों दिन मुसलमान सामूहिक रूप से पांचवों वक्त की नमाजें एक ही पंडाल के नीचे अदा करेंगे। मप्र जमात-ए-तब्लीग के प्रमुख मौलाना मिस्बाहउद्दीन, मौलाना सैयद अब्दुल हकीम, इज्तिमा के नाजिम मौलाना इकबाल हफीज, मौलाना मुश्ताक अहमद फारूकी, गौर खान आदि इज्तिमा की कार्यसूची को अंतिम रूप देने में लगे हैं। राजधानी के नादरा बस स्टैंड, हलालपुर एवं पुतलीघर, भोपाल रेलवे स्टेशन, हबीबगंज रेलवे स्टेशन, सूखी सेवनिया रेलवे स्टेशन से जमातियों को इज्तिमागाह तक पहुंचाने के लिये वाहनों की व्यवस्थाएं की गई हैं। जमातियों के आने का सिलसिला जारी है। एक जमात में औसतन 15 से 20 लोग होते हैं। देश के विभिन्न प्रदेशों की जमातों को टेंटों में ठहराया जाएगा, जबकि विदेशों और दक्षिण भारत की जमातों को पंडाल के अंदर ठहराने की व्यवस्था की गई है। इज्तिमा 27 दिसंबर को विश्वशांति की सामूहिक दुआ के साथ संपन्न होगा।

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