शुक्रवार, 24 दिसंबर 2010

चार दिवसीय राष्ट्रीय वन मेला शुरू

चार दिवसीय राष्ट्रीय वन मेला शुरू
भोपाल, 24 दिसंबर 2010। आयुर्वेद और होम्योपैथी चिकित्सा के साथ-साथ पारम्परिक चिकित्सा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राजधानी में चार दिवसीय राष्ट्रीय वन मेले का शुभारंभ हुआ। मध्यप्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ के अध्यक्ष विश्वास सारंग ने बताया कि लघु वनोपज का विकास और जड़ी-बूटियों पर आधारित पारम्परिक चिकित्सा पद्धति को वन मेले के माध्यम से प्रोत्साहित किया जाएगा।
लगभग एक दशक से आयोजित हो रहा वन मेला आज से 27 दिसंबर तक दशहरा मैदान, विट्टन मार्केट में चलेगा। इस मेले में प्रदेश के साथ-साथ छह राज्यों की लघु वनोपज तथा प्रसंस्करित उत्पाद विक्रय के लिए उपलब्ध होंगे। श्री सारंग ने मेले की समीक्षा करते हुए बताया कि आज भी जटिल लोगों के आसान इलाज हमारी प्राकृतिक सम्पदा में मौजूद हैं। आवश्यकता इनकी पहचान कर अनुभवी और अनाधिकृत लोगों के हाथों से जरूरतमंद तक पहुंचाने की है। सारंग ने बताया कि वन मेले को मनोरंजक बनाने के लिए चार दिनों तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। 25 दिसंबर को क्रेता-विक्रेता सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसके माध्यम से लघु वनोपज को बाजार उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। इसी दिन चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई है और सुप्रसिद्ध व्यंग्य कवि कुमार विश्वास का भी कार्यक्रम होगा। 26 दिसंबर को खुले मंच के माध्यम से लघु वनोपज के संबंध में जिज्ञासाओं का समाधान किया जाएगा और अनुभवी आयुर्वेदाचार्य अपने अनुभव बाटेंगे। सुप्रसिद्ध गायक मुकेश तिवारी का गायन होगा तथा सुश्री गीतांजलि अपना कार्यक्रम पेश करेंगी। इस चार दिवसीय मेले में प्रतिदिन जटिल रोगों का पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के माध्यम से निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श भी दिया जाएगा।

Date: 24-12-2010 Time: 16:45:54





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