प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिये परिश्रम की पराकाष्ठा और प्रयत्नों की परिसीमा जरूरी
सत्य-निष्ठा से सर्वांगीण विकास में सर्वश्रेष्ठ योगदान दें, आजीविका के साथ ही प्रदेश के निर्माण के महायज्ञ में भागीदारी का जरिया भी है नौकरी, मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा मंत्रालय उद्यान में प्रदेश के स्थापना दिवस कार्यक्रमों की शुरूआत
भोपाल 1 नवम्बर 2010। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आज पूर्वान्ह में मंत्रालय के समक्ष स्थित उद्यान में उपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों को प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिये सत्य-निष्ठा से अपने सर्वश्रेष्ठ योगदान का संकल्प दिलाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संकल्प में अधिकारियों-कर्मचारियों से समृद्ध प्रदेश के निर्माण तथा समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिये निरंतर कार्य करते रहने की प्रतिज्ञा भी करवायी। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रदेश के स्थापना दिवस समारोह के कार्यक्रमों की शुरूआत कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश को देश का ही नहीं विश्व का सर्वश्रेष्ठ प्रदेश बनाने के लिये परिश्रम की पराकाष्ठा और प्रयत्नों की परिसीमा करने की जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ बनाना असंभव नहीं है। जरूरत इस बात की है कि हम अपनी ऑखों के सामने और अपने हाथों से ऐसा करने के लिये संकल्पबद्ध हो। श्री चौहान ने कहा कि राज्य के मुखिया के नाते वे प्रदेश के विकास के लिये कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे। उन्होंने कहा कि अकेले सरकार और मुख्यमंत्री प्रदेश को समृद्ध बनाने का काम नहीं कर सकते। शासकीय अमले सहित सभी प्रदेशवासियों को भी इसके लिये दिन-रात एक करना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश को समृद्ध और विकसित बनाने का पहला दायित्व विधायिका और कार्यपालिका का है। उन्होंने शासकीय सेवा को आजीविका के साधन के साथ ही प्रदेश के निर्माण के महायज्ञ में भागीदारी का जरिया भी बताया। श्री चौहान ने प्रदेश के शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को देश के श्रेष्ठ लोकसेवकों के रूप में भी निरूपित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अपने गठन के 54 वर्ष में प्रदेश ने विकास की यात्रा तय की है। आज 55 वें वर्ष में प्रवेश के समय प्रदेश तेज गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने प्रदेश द्वारा हासिल की गयी 8.67 प्रतिशत की ग्रोथ रेट को उल्लेखनीय बताते हुए शासकीय अमले को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि एक पड़ाव भर है और अभी विकास का लम्बा सफर तय कर मंजिल को पाना बाकी है। कार्यक्रम की शुरूआत सुश्री सुहासिनी जोशी और साथियों द्वारा राष्ट्र गान ??वंदे मातरम्?? के समवेत गायन से हुई। सुश्री जोशी और साथियों ने मध्यप्रदेश गान ?? शुभ का दाता, सबका साथी, शुभ का यह संदेश है। माँ की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है?? का गायन भी किया। इसके पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान का प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन श्रीमती विजया श्रीवास्तव ने पुष्प-गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री अवनि वैश्य, अपर मुख्य सचिव सर्व श्री प्रशांत मेहता, एम.के.राय, श्रीमती रंजना चौधरी, ओ.पी.रावत और मंत्रालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्री सुधीर नायक भी मंचासीन थे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मंत्रालय और सतपुड़ा-विंध्याचल भवनों के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए।
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