सोमवार, 1 नवंबर 2010

बीमारी से जूझ रही होनहार बेटी - पिता करते हैं मजदूरी

बीमारी से जूझ रही होनहार बेटी - पिता करते हैं मजदूरी
उज्जैन, ०१ नवंबर (डॉ. अरुण जैन)। लंग्स की खतरनाक बीमारी से एक होनहार बेटी इन दिनों जूझ रही है। बड़ी बहन उसके इलाज के लिए आर्थिक परेशानियों के चलते दर-दर भटक रही है। पिता और भाई मजदूरी करते हैं। दोनों बहनें पढ़ाई में अव्वल है तथा ग्रामीण परिवेश में पली-बढ़ी होकर इन दिनों उज्जैन में किराए के कमरे में रहती है।
२४ वर्षीय आनंदी लिंबोला महानंदा नगर के ए-२०/९ में छोटे से कमरे में अपनी बड़ी बहन रामकन्या के साथ किराए से रहती है। अन्य दो बहनें गांव में पढ़ाई कर रही हैं। आनंदी पिछले दो वर्षों से लंग्स की बीमारी से ग्रसित है। बहन की तबीयत अधिक खराब होने पर बड़ी बहन ने इंदौर में प्राइवेट जॉब छोड़ दिया और उज्जैन आकर उसी के साथ रहने लगी। यहां कदई जगह जॉब के लिए बायोडाटा दिया लेकिन कहीं जॉब नहीं मिला। कमरे का किराया ९०० रुपए, बिजली का बिल २००-३०० रुपए महीना आता है। इसके अलावा बहन की बीमारी पर हर माह लगभग ४००० रुपए का खर्च बैठता है, जो कि वह खर्च करने में असमर्थ है। डाक्टरों ने बताया कि यदि समय पर दवाइयां नहीं ली तो बीमारी और बढ़ सकती है। पैसों के अभाव में छोटी बहन ने एक माह से दवा लेना बंद कर दिया, जिससे उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

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