सोमवार, 27 सितंबर 2010

भोपाल गैस त्रासदी: मंत्री समूह से पर्याप्त मुआवजे की मांग

भोपाल गैस त्रासदी: मंत्री समूह से पर्याप्त मुआवजे की मांग
भोपाल: 27, 2010। भोपाल गैस त्रासदी से प्रभावित और गंभीर बीमारियों का दंश झेल रहे पीडितों ने केन्द्र सरकार के मंत्री समूह से पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की है।
भोपाल गैस पीडित महिला उद्योग संगठन के संयोजक अब्दुल जब्बार ने यहां पत्रकारों से कहा कि मंत्री समूह द्वारा गैस पीडितों के संबंध में पूर्व में लिए गए निर्णयों पर आज दिल्ली में होने वाली बैठक मंत्री समूह की बैठक में पुनर्विचार किया जाना चाहिए। यदि सभी पीडितों के लिए मंत्री समूह ने मुआवजा देने का निर्णय नहीं लिया तो यह बहुत बडा अपराध होगा। इसके खिलाफ उन्होंने उच्चतम न्यायालय में अपनी लडाई जोरदार तरीके से लडने की चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा कि भोपाल गैस त्रासदी में पांच लाख 74 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए थे और 15 हजार 272 लोगों की मौत हुई थी। उन्होंने कहा कि मंत्री समूह को भोपाल गैस त्रासदी के पीडितों के साथ रेल अथवा सडक दुर्घटना में प्रभावित होने वाले लोगों की तरह व्यवहार नहीं करना चाहिए।इस हादसे में जिन लोगों को साधारण बीमारी होने का मुआवजा मिला था, वे लोग आज जानलेवा बीमारियों से ग्रसित होकर इलाज के लिए दर दर की ठोकरे खा रहे है।
पत्रकार वार्ता में मौजूद एक बुजुर्ग गैस पीडित अब्दुल रहमान ने बताया कि जहरीली गैस के प्रभाव के चलते लगातार बीमार रहने के कारण उनकी स्मरणशक्ति बहुत कम हो गई है और कामकाज करने लायक शरीर नहीं बचा है। राधाबाई ने बताया कि गैस त्रासदी में उनके तीन पुत्रों की मृत्यु हो चुकी है और वह दमा तथा गुर्दे की बीमारी से विकलांगों की तरह जीवन जीने को मजबूर है।राधाबाई ने कहा कि सरकार को कम से कम इतना मुआवजा तो देना चाहिए ताकि वह अपना इलाज ठीक तरीके से करा सकें। पीडित अब्दुल अजीज ने बताया कि वह और उनकी पत्नी गैस से पीडित होने के कारण चलने फिरने से लाचार हो गए हैं। अभी तक दोनों को कुल 60 हजार रूपये का मुआवजा मिला है, जबकि इलाज में लाखों रूपये खर्च हो चुके हैं। तनवीर अहमद ने बताया कि उसके दोनों गुर्दे खराब हो चुके हैं और घर बेचकर इलाज कराने के बावजूद उन पर चार लाख कर्ज हो गया है। श्रीमती आली अबी का कहना है कि गैस के कारण उसकी स्थिति मानसिक रोगी की तरह हो गई है।अपने पुत्र के साथ आये और कार में लेटे हुए ए.एन सिंह ने कहा कि उनके गुर्दे खराब हो जाने से वह विकलांग हो गए हैं। संजय यादव गैस पीडित अपने दो मासूम बच्चों को गोद में लेकर आये थे। संजय ने बताया कि उनके और पत्नी के गैस पीडित होने के कारण दोनों बच्चे जन्म से गैस से प्रभावित होकर विकलांग हो गए हैं।उन्होंने बताया कि दोनों बच्चों का इलाज कराने के लिए उसे अपना मकान बेचना पडा है। उल्लेखनीय है कि भोपाल गैस त्रासदी के बारे में केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदम्बरम की अध्यक्षता में गठित मंत्री समूह की आज दिल्ली में समीक्षा बैठक होगी।बैठक में मंत्री समूह द्वारा इस वर्ष जून में केन्द्रीय मंत्रिमंडल को सौंपी गई सिफारिशों पर प्रगति के बारे में चर्चा होगी। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने जून में मंत्री समूह की सभी 22 सिफारिशों को मंजूर करते हुए यूनियन कार्बाइड के पूर्व प्रमुख वारेन एंडरसन के प्रत्यर्पण. हादसे में डाव केमिकल्स की देनदारी तय करने और पीड़ितों के लिए 1265 करोड़ रूपये के राहत तथा पुनर्वास पैकेज की घोषणा का निर्णय लिया गया था।


Date: 27-09-2010 Time: 16:14:49

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