
भोपाल. पाक अधिकृत कश्मीर हमारा है। हम उसे लेकर रहेंगे। भारतीय जनता युवा मोर्चा के देशव्यापी अभियान ‘भारत प्रथम’ की शुरुआत के मौके पर यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कही।
पार्टी के प्रदेश कार्यालय में सोमवार को हुए इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय महासचिव नरेंद्र तोमर, प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा,मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद अनुराग ठाकुर,नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष जीतू जिराती और पूर्व अध्यक्ष विश्वास सारंग भी मौजूद थे।
कार्यक्रम के बाद जिराती ने औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण किया।
कांग्रेस जिम्मेदार : मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरुआत से ही कश्मीर को लेकर कांग्रेस की गलत नीतियों का खामियाजा इस देश को भुगतना पड़ा है। आज हालात यह हैं कि वहां अलगाववादी ताकतें देश की एकता और अखंडता को चुनौती दे रही हैं।
कार्यक्रम को लेकर पूरे शहर में किसी भी भाजपा या मोर्चा नेता का पोस्टर बैनर कहीं नजर नहीं आया। वाहनों पर पर जरूर बैनर दिखे,जिन पर ठाकुर और जिराती के छोटे छोटे फोटो भी थे। इसे लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी गई। उनका कहना था कि मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहली बार भोपाल आए हैं। लोग उन्हें पहचानते नहीं है। अगर पोस्टर बैनर लगते तो कम से कम पहचान का संकट तो खड़ा नहीं होता।
उधर मोर्चा अध्यक्ष ठाकुर का कहना है कि पोस्टर बैनर से बनने वाली पहचान क्षणिक होती है। असली पहचान वह है जिसके जरिए कार्यकर्ताओं और आम लोगों के दिल में पैठ बनाई जा सके। यह प्रदेश भाजपा का निर्णय है और वे इसका सम्मान करते हैं।
मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी का कोई करिश्मा नहीं है। अगर होता तो दिल्ली विश्वविद्यालय (डेसू) के चुनाव में एनएसयूआई की इतनी खराब हालत क्यों होती। उन्होंने कहा कि इस देश की ताकत युवा हैं। हालांकि बढ़ती आबादी के मसले पर आपातकाल के दौरान चलाए गए नसबंदी अभियान की उन्होंने आलोचना की।
जब उनसे पूछा गया कि मुख्यमंत्री चौहान ने तो उस अभियान को लेकर संजय गांधी की प्रशंसा की थी इस पर ठाकुर ने कहा कि वह उनकी निजी राय है।
कश्मीर के मुद्दे पर देशव्यापी जनजागरण अभियान शुरू करने वाले भाजयुमो की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में एक भी मुस्लिम सदस्य नहीं है। यह बात खुद मोर्चा अध्यक्ष ठाकुर ने पत्रकारों के बीच स्वीकार की। उनसे पूछा गया था कि वे कश्मीर के युवकों को मुख्यधारा में लाने की बात तो कर रहे हैं,लेकिन खुद उन्होंने कितने मुस्लिम सदस्यों को कार्यकारिणी में स्थान दिया है।
एक अन्य प्रश्न पर पर उन्होंने कहा कि मोर्चा में पदाधिकारियों के लिए आयु सीमा 35 वर्ष तय है लेकिन 35 का 37 भी हो सकता है। इसमें कोई हर्ज नहीं है। दिल और दिमाग युवा हों तो 50 की उम्र में भी व्यक्ति जवान है।
ठाकुर ने कहा कि उनका पहला प्यार क्रिकेट है और वो पिछले दस सालों से हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।
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