शनिवार, 14 अगस्त 2010

देशभक्ति गीतों से सजी शाम में


भोपाल. ‘ऐसा मंतर मारा, लूटा दोनों हाथों से, प्यारा देश हमारा। जागो भारतवासियों अब घुटता दम हमारा, तोड़ दो गुलामी की जंजीरे, बन जाओ अंगारा।’ जैसे ही यह संवाद मंच पर ‘झांसी की रानी’ फेम उल्का गुप्ता ने बोला, चारों ओर से तालियों की गड़गड़ाहट और भारत माता की जय उद्घोष गूंज उठा।

यह नजारा था भोपाल मेला समिति के तत्वावधान में समन्वय भवन में आयोजित ‘एक शाम वतन के नाम’ कार्यक्रम का। देशभक्ति गीतों से सजी शाम में अकबर खान के नेतृत्व में अभिलाषा ग्रुप के कलाकारों ने संगीतमय प्रस्तुति से माहौल को देशभक्ति के रंग में रंग दिया।

इस अवसर पर भोपाल उत्सव मेला समिति के संतोष अग्रवाल, बसंत कुमार गुप्ता, अशोक गर्ग, प्रहलाद दास, अजय सौगानी, कमल जैन, श्वेता, नारायण सिंह कुशवाहा, एमडी गुप्ता, राजेश जैन ‘अतुल’ समेत अन्य विशिष्ट अतिथि विशेष रुप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विशेष अंदाज में तरू जैन और शुभी प्रधान ने किया।

कार्यक्रम की शुरुआत अमीषा मालवीया ने ‘नन्हा-मुन्ना रही हूं..’ गीत से की। इसके बाद पूर्वा सारस्वत ने ‘सारे जहां से अच्छा..’, मानसी प्रधान ने ‘हर करम अपना करेंगे..’, प्रियांश तिवारी ने ‘जिंदगी मौत न बन जाए..’ और आर्यमन सिंघल ने ‘होठों पे सच्चई..’ गाकर श्रोताओं को रसविभोर कर दिया। इस मौके पर दीपा सोनी की कोरियोग्राफी में कलाकारों ने ‘जय हो..’ गीत पर डांस की प्रस्तुति से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया।



मनु का किरदार निभाकर लगता है कि मैं ‘झांसी की रानी’ बन गई हूं। स्कूल भी जाती हूं, तो सब झुककर सलाम करते हैं और कहते हैं वो देखो ‘झांसी की रानी’ आ रही है। उल्का ने बताया कि शूटिंग के कारण पढ़ाई काफी डिस्टर्ब होती थी। मैं सेट पर ही किताबें ले जाकर फ्री टाइम में पढ़ती थी। उल्का ने बताया कि जल्द ही मैं दो नए सीरियल के साथ एक फिल्म में भी नजर आऊंगी। मुझे करियर इसी फील्ड में बनाना है,लेकिन पढ़ाई भी मेरी पहली प्राथमिकता है।

1 टिप्पणी:

  1. futpat par pada tha wo kon tha bhichar bhukha bahut tha parlok wo shidhara kurtha utha kar dekha to peet par likha tha sare jahan se achha hindu shita hamara

    foji hun me mosam saradi ka hoga dekha lena hindu taan walo chita meri barud se jalegi lekin kafan meree wardi ka hoga

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