रविवार, 3 मार्च 2013

बोरेश्वर महादेव मंदिर का होगा कायाकल्प

- उज्जैन से 27 किमी दूर दंगवाड़ा के प्राचीन मंदिर पर 50 लाख खर्च करेगा मप्र पर्यटन निगम
उज्जैन, 2 मार्च 2013 । उज्जैन जिले के ग्राम दंगवाड़ा में चार हजार साल पुराने श्री बोरेश्वर महादेव मंदिर में स्थापित दुनिया के अद्भुत शिवलिंग को मप्र पर्यटन विकास निगम ने पर्यटन से जोडऩे के प्रयास शुरू कर दिए हैं ताकि देश व दुनियाभर से महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन आने वाले पर्यटक इस मंदिर को भी देखने पहुंचे। उज्जैन से 27 किलोमीटर दूर बडऩगर तहसील के दंगवाड़ा में चंबल नदी के किनारे श्री बोरेश्वर महादेव मंदिर में स्थापित शिवलिंग 4 हजार साल पुराना होने के प्रमाण हैं। पुराविद् डॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित ने कहा 1979 से 82 के बीच पुरातत्व विभाग द्वारा मंदिर के आसपास किए उत्खनन से इसकी पुष्टि होती है। उज्जैन के इस अतिप्राचीन मंदिर व शिवलिंग की खासियत आम लोगों तक पहुंचाने व मप्र के पर्यटन से जोडऩे के लिए पर्यटन निगम यहां लाखों रुपए खर्च कर सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। निगम ने इसे पर्यटनस्थल घोषित कर दिया है। मंदिर में स्थापित शिवलिंग योनी के रूप में है और श्रद्धालु शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं तो वह अदृश्य होकर जमीन में समाहित हो जाता है, जबकि अन्य शिवलिंग का जल बहकर बाहर आते दिखाई देता है। इससे लोगों को जल सरंक्षण का संदेश भी मिलता है। 



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