गुरुवार, 21 फ़रवरी 2013

पूर्व अधीक्षण यंत्री और सहायक यंत्री पर प्राथमिकी


उज्जैन 21 फरवरी 2013। नगर निगम से सेवानिवृत्त हुए अधीक्षण यंत्री जगदीश डगांवकर और सहायक यंत्री पीएल टटवाल के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। दोनों पर बिना काम पूरा हुए ठेकेदार को भुगतान कर निगम को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का आरोप है। डीएसपी ओपी सागोरिया ने बताया कि साल 2009 में नगर निगम ने भोपाल की कंपनी टोपोग्राफी सोल्यूशन को जीआईएस सर्वे करने का काम सौंपा था। अधीक्षण यंत्री डगांवकर और टटवाल ने कंपनी को काम पूरा किए बगैर ही भुगतान कर दिया। जबकि एक आईटी विशेषज्ञ ने अपनी रिपोर्ट में काम अधूरा बताया था। इससे निगम को नुकसान उठाना पड़ा।
अब विस्तृत जांच - श्री सागोरिया ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मामले की विस्तृत जांच की जाएगी। पता लगाया जाएगा कि इसमें और कौन-कौन अफसर शामिल हैं। जांच में अगर किसी अन्य अधिकारी की भूमिका सामने आती है तो उसे भी आरोपी बनाया जाएगा। विस्तृत पड़ताल के बाद दोनों अधिकारियों पर पद के दुरुपयोग का मामला दर्ज होगा।
टटवाल पर पहले से मामला - सहायक यंत्री (वर्तमान में कार्यपालन यंत्री का प्रभार) पीएल टटवाल पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अनियमितता का एक मामला पहले से प्रचलित है। गौरतलब है कि इस प्रकरण में चालान प्रस्तुत होने के बाद लोकायुक्त पुलिस कई मर्तबा टटवाल को निलंबित करने का पत्र लिख चुकी है। हालांकि निगम ने कार्रवाई नहीं की।


 -  (डॉ. अरुण जैन)

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