शुक्रवार, 4 जनवरी 2013

चालक खा गए पाकिस्तान के मुर्गों की खुराक


- भैरवगढ़ पुलिस ने किया मामला दर्ज 
उज्जैन 4 जनवरी 2012। पाकिस्तान के मुल्तान शहर स्थित एक पोल्ट्री फॉर्म के लिए सोयाबीन खली लेकर जा रहे ट्रक ड्रायवरों ने चालाकी दिखाते हुए माल निकालकर बोरों में मिट्टी भर दी। मगर जब वाघा बॉर्डर पर जांच हुई तो चालकों की कारगुजारी पकड़़ में आ गई। मामले में भैरवगढ़़ पुलिस ने धोखाधड़़ी का प्रकरण दर्ज किया है।
पुलिस ने बताया कि चंदूख़ेड़ी स्थित अवि एग्रो कंपनी पाकिस्तान के मुल्तान शहर की एक पोल्ट्री फॉर्म को सोयाबीन खली निर्यात करती है। पोल्ट्री फॉर्म खली को मुर्गे-मुर्गियों की खुराक के काम में लेती है। 28 नवंबर 2012 को उज्जैन से सोयाबीन खली के बोरों से भरे करीब 15 ट्रक वाघा बॉर्डर के लिए रवाना हुए थे। ट्रक पंजाब गोल्डन और पंजाब ट्रांसपोर्ट इंदौर के थे।
बोरों में भर दी मिट्टी - पुलिस के अनुसार ट्रक ड्रायवरों ने रास्ते में सोयाबीन की खली निकालकर उसमें उतने ही वजन की मिट्टी भर दी। 10 दिसंबर को ट्रक वाघा बॉर्डर पहुंचे। यहां पोल्ट्री फार्म के अधिकारियों ने माल की जांच की, तो वे हैरान रह गए। जांच में पता चला कि सोयाबीन की खली के साथ मिट्टी भी भर दी गई है। इस पर पोल्ट्री फॉर्म के अधिकारियों ने उज्जैन की अवि एग्रो कंपनी के अफसरों को सूचना दी।
थाने पहुंचे मैनेजर - मामले सामने आने पर अवि एग्रो के अधिकारियों ने इंदौर के ट्रांसपोर्टर से बातचीत की। बाद में ट्रांसपोर्टर और एग्रो फर्म के अधिकारियों को पता चला कि ये कारस्तानी ट्रक चालकों की है। इस पर अवि एग्रो के प्रबंधक महेश चौधरी ने भैरवगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई। जांच के बाद गुरुवार को पुलिस ने आरोपियों पर धारा 420 का मुकदमा दर्ज कर लिया।
पुलिस दल रवाना - भैरवगढ़़ थाना प्रभारी शिव निनामा ने बताया कि पुलिस का एक जांच दल वाघा बॉर्डर रवाना हो गया है। जांच के बाद पुलिस आरोपियों के नाम तय करेगी। 

  -   (डॉ. अरुण जैन)

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