रविवार, 6 जनवरी 2013

राम कथा के श्रवण से हो जाता है बेड़ा पार: मुरारी बापू

नौ दिवसीय राम कथा का शुभारंभ
भोपाल 05 जनवरी 2012। धर्म के चार तत्व है सत्य, तप, दया, दान इसमें दान का विशेष महत्व है लेकिन कलयुग में भवसागर पार करने के लिए राम कथा का श्रवण जरूरी है। राम कथा के श्रवण और प्रभु राम का नाम लेने मात्र से व्यक्ति के पाप कर्म नष्ट हो जाता है और उसका बेड़ा पार हो जाता है। अशोका गार्डन स्थित अर्जुन सिंह दशहरा मैदान में नौ दिवसीय संगीतमय राम कथा के शुभारंभ अवसर पर गुजरात से पधारे विख्यात कथा वाचक संत श्री राम गोपाल दास जी महाराज छोटे मुरारी बापू ने उक्त बात कही। 
संत श्री बापू ने इस मौके पर रामायण के महात्म पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि घर में रामायण रखने मात्र से सुख समृद्धि आ जाती है इसलिए सभी श्रद्धालु अपने घरो में रामायण रखे। इसके पूर्व संत श्री बापू की अगुवाई में राम जानकी मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। विशेष परिधानों में सजी 151 कलशधारी महिलाएं यात्रा का प्रमुख आकर्षण रही। 
कथा स्थल पर कार्यक्रम के संयोजक टीटीटीआई के पूर्व अध्यक्ष डाॅ. महेन्द्र सिंह चैहान ने पुष्प गुच्छ और आरती कर संत श्री का स्वागत किया। इस मौके पर आयोजन समिति के कप्तान सिंह यादव, श्रीमती मोनिका तेजु जैन, धर्मेन्द्र विजयवर्गीय, विजय सिंह ठाकुर, महिपाल सिंह, नीरज सिंह बघेल, सचेन्द्र जैन, यशवंत सिंह, एवं शेर सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि प्रवचन स्थल पर महिलाओं के बैठने की अलग से व्यवस्था की गई है। 

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