शुक्रवार, 28 दिसंबर 2012

बिजली कंपनी का एई शर्मा रिश्वत लेते गिरतार,

- लोकायुक्त का छापा, डालर सहित विदेशी घडिय़ां सहित पांच से सात करोड़ की संपत्ति निकली
उज्जैन 28 दिसंबर 2012। रिश्वत लेते गिरतार एई शर्मा पांच करोड़ के आसामी निकले। झारड़ा में गिरत में आने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने उनकी सपंत्ति की जांच भी की। उज्जैन स्थित 5 अलखनंदानगर निवास पर पड़ताल की तो प्रारंभिक जांच में मकान, बैंक खाते, जमीन, विदेशी घडियां, विदेशी मुद्रा, डॉलर आदि सहित करीब पांच से सात करोड़ रूपए की सपंत्ति निकली है। लोकायुक्त डीएसपी ओपी सागोरिया के अनुसार सहायक यंत्री शर्मा के बैंक में दो-तीन खाते मिले हैं, जिसकी जांच करवाई जाएगी।
घर नहीं आलीशान महल बनाया- रिश्वत में पकड़ाए शर्मा के अलखनंदा घर देखकर लोकायुक्त पुलिस के अधिकारी दंग रह गए। तीन हजार वर्ग फीट में बना घर किसी आलीशान महल से कम नहीं था। कांच के बाथरूम बने थे, सिढ़ीयों पर बेशकिमती कांच लगे हुए है। गाड़ी रखने के गैरज में महंगे किस्म के परदे लगा रखे थे।
दो साल से नहीं दे रहा था कनेक्शन- रिश्वत में फंसे एई शर्मा ने पीडित डॉ. सुरेंद्र शर्मा को विद्युत कनेक्शन देने के लिए दो साल से लटका रखा था। झारडा निवासी डॉ. शर्मा की पत्नी मंजूलता शर्मा के नाम से 12 बीघा जमीन है। दो साल पहले उन्होंने नलकूप खनन करवाया था। कनेक्शन लेने के लिए सहायक यंत्री शर्मा से संपर्क किया, जिस पर शर्मा ने 95 हजार रूपए जमा करवाए। 29 जुलाई 2011 को डॉ. शर्मा ने 95 हजार रूपए जमा करवाए, इसकी रशीद भी उन्हें दी गई। अक्टूबर 2011 में सहायक यंत्री ने 20 हजार रूपए की और मांग की। यह राशि भी जमा करवा दी। इतनी राशि देने के बाद भी डॉ. शर्मा को कनेक्शन नहीं दिया गया। उपयंत्री शर्मा व लाइनमैन अशोक कुमावत ने एक बार फिर 11 हजार रूपए की मांग की। यही नहीं, 10 अक्टूबर को कनेक्शन देने की इंट्री भी कर दी गई, जबकि 20 दिसंबर तक कार्य ही नहीं हुआ। आखिर में 21 दिसंबर को उपयंत्री शर्मा ने 14 हजार की रिश्वत मांगी। त्रस्त होकर डॉ. शर्मा ने 21 दिसंबर को लोकायुक्त में शिकायत दर्ज करवा दी। 

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