मंगलवार, 11 दिसंबर 2012

शिक्षाकर्मियों की मांगों पर फैसला सीएम से चर्चा के बाद होगा


असंतुष्ट विपक्ष ने किया सदन से बहिर्गमन
भोपाल 11 दिसंबर 2012। राज्य विधानसभा में मंगलवार को विधायक रामलखन सिंह, सुखदेव पांसे तथा बृजेन्द्र सिंह ने प्रदेश के शिक्षाकर्मियों द्वारा सामूहिक हड़ताल किये जाने के संबंध में ध्यानाकर्षण की सूचना दी जिस पर पारस सखलेचा, हेमराज कल्पोनी, श्रीकांत दुबे एवं प्रदीप जायसवाल ने भी अपनी बात रखी। जवाब में संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दो-तीन दिन के अंदर शिक्षाकर्मियों के संगठन के पाटीदार एवं मनोहर से सीएम की चर्चा होना है तथा चर्चा में उनकी मांगों पर विचार होगा और सहानुभूतिपूर्वक निर्णय लिया जायेगा। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुये तथा कहा कि सदन चल रहा है तथा सीएम ने अभी तक बैठक क्यों नहीं की और क्यों नहीं मांगों पर विचार कर सदन में इसकी घोषणा की। संसदीय कार्य मंत्री ने फिर कहा कि आंदोलनकारियों के पदाधिकारियों के आने पर बैठक हो जायेगी। लेकिन नेता प्रतिपक्ष इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुये और समूचे विपक्ष सहित बहिर्गमन की घोषणा कर दी।

जबलपुर के खराब लॉ एण्ड आर्डर का मामला उठा
भोपाल 11 दिसंबर 2012। राज्य विधानसभा में मंगलवार को प्रश्रकाल के बाद कांग्रेस विधायक आरिफ अकील ने जबलपुर में मोहर्रम पर्व के बाद से कानून एवं व्यवस्था ध्वस्थ होने और अल्पसंख्यक वर्ग द्वारा वहां से भोपाल की ओर पलायन करने का आरोप लगाया तथा कहा कि इस पर उन्होंने सूचना दी है जिस पर चर्चा कराई जाये। स्पीकर रोहाणी ने कहा कि वे जबलपुर के ही हैं तथा वहां सिर्फ डेढ़ दिन ही कफ्यू रहा और अब शांति है। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने जबलपुर में साठ-सत्तर व्यक्तियों को निरुध्द करने की बात कही जिस पर स्पीकर ने कहा कि सिर्फ 24 व्यक्ति ही निरुध्द किये गये हैं तथा वे इस मामले को दिखवा लेंगे। 

सूर्यवंशी-शर्मा का मामला उठाया 
भोपाल 11 दिसंबर 2012। कांग्रेस पक्ष की ही एक अन्य विधायक कल्पना परुलेकर ने कहा कि उन्होंने आयकर छापों का अपनी सूचना में जिक्र नहीं किया है लेकिन उन दो व्यक्तियों के खिलाफ सदन में चर्चा कराई जाये जो सत्ता का वरदहस्त मिलने के कारण तेरह डम्परों से सत्रहसौ डम्परों के मालिक हो गये और दूध बेचने का धन्धा शुरु करने के बाद करोड़ों रुपयों की खदानों के मालिक बन गये। 

शून्यकाल की दस सूचनायें पेश हुईं
भोपाल 11 दिसंबर 2012। राज्य विधानसभा में मंगलवार को स्पीकर ने ईश्वर दास रोहाणी ने शून्यकाल की दस सूचनायें पढ़वाईं। विधायक सुदर्शन गुप्ता ने इंदौर शहर में सुरक्षा व्यवस्था सीमित होने, विधायक प्रदीप लारिया ने सागर के बुंदेलखण्ड मेडिकल कालेज में दवाओं की कमी होने, विधायक हितेन्द्र सिंह सोलंकी ने बड़वाहा की बेडिय़ा मिर्ची मंडी को कम जगह होने के कारण स्थानान्तरित करने, विधायक आत्मराम पटेल ने सनावद के ग्रामों में स्कूलों के भवनविहीन होने, विधायक केपी सिंह ने सिंध नदी का पानी शिवपुरी नगर को उपलब्ध कराने, विधायक श्रीमती मालिनी गौड़ ने इंदौर के रहवासी क्षेत्र में अवैध बायलर चलाये जाने, विधायक रामनिवास रावत ने मुरैना के चंबल नदी पर पुल निर्माण न होने, विधायक रमेश भटेरे ने लांजी के स्कूलों में फर्नीचर की कमी होने, विधायक ध्रुवनारायण सिंह ने भोपाल के सुभाष नगर विश्रामघाट में विद्युत शवदाह गृह बंद पड़े होने तथा विधायक पारस दादा सखलेचा ने रतलाम की सज्जन मिल की जमीन गलत तरीके से बेचे जाने के संबंध में शून्यकाल की सूचना दी।

उप सरपंच की हत्या की जांच आईजी सीआईडी करेंगे
भोपाल 11 दिसंबर 2012। राज्य विधानसभा में मंगलवार को कांग्रेस के तीन विधायकों बिसाहूलाल सिंह, चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी तथा रामनिवास रावत ने अनूपपुर जिले के ग्राम निगवानी के उप सरपंच की हत्या के संबंध में ध्यानाकर्षण की सूचना दी जिसके जवाब में गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि भोपाल से सीआईडी के आईजी को भेजकर मामले की जांच करा ली जायेगी। 

थाना प्रभारी निलम्बित
भोपाल 11 दिसंबर 2012। राज्य विधानसभा में मंगलवार को विधायक रामनिवास रावत ने चिकित्सकों की लापरवाही से एक रोगी को हुई तकलीफ के मामले में श्योपुर जिले के वीरपुर थाना प्रभारी द्वारा पद का दुरुपयोग करने के संबंध में ध्यानाकर्षण सूचना पेश की। जवाब में गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि आरोपी चिकित्सकों को गिरफ्तार कर लिया गया है और लापरवाही बरतने पर वीरपुर थानाप्रभारी को निलम्बित कर दिया गया है तथा अब सभी जिलों में निर्देश दिये जा रहे हैं कि पीडि़त पक्ष की रिपोर्ट पहले दर्ज की जाये तथा उसके बाद दस्तावेज मंगायें जायें। 


- डॉ. नवीन जोशी

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