सोमवार, 10 दिसंबर 2012

सिंहस्थ की बैठक में भिड़े मंत्री-महापौर


उज्जैन 10 दिसंबर 2012। बृहस्पति भवन में रविवार को हुई सिंहस्थ के कार्यों की समीक्षा बैठक में काबीना मंत्री पारस जैन और महापौर रामेश्वर अखंड भिड़ लिए। महापौर ने मंत्री पर आगर रोड पर धीमा काम करने वाले ठेकेदारों को प्रश्रय देने का आरोप भी जड़ दिया। सूत्रों के मुताबिक दोनों के बीच देर तक तल्ख बहसबाजी होती रही। जुबानी विवाद देख बैठक में मौजूद आला प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी सकते में आ गए। मेयर की नाराजी नगर निगम के खिलाफ मंत्री की बयानबाजी को लेकर थी।
उल्लेखनीय है श्री जैन ने शनिवार को यूडीए के भूमिपूजन समारोह में कहा था कि उन्हें नगर निगम के कामों पर भरोसा नहीं रह गया है। महापौर ने बैठक में मंत्री की बयानबाजी को लेकर छपी खबरों की कटिंग लेकर आए थे।
अफसर पर भी निशाना - महापौर ने एक आला प्रशासनिक अधिकारी पर भी नाराजी जाहिर की। मेयर ने कहा कि आपने भी बयान दिए हैं। इस पर अफसर ने कहा कि प्रशासन की ऐसी कोई मंशा नहीं है। अधिकृत बयान जनसंपर्क विभाग के माध्यम से ही जारी होते हैं। 
महापौर रामेश्वर अखंड के आरोप - आगर रोड चौड़ीकरण के ठेकेदार दिनेश शर्मा और रजनीश अग्रवाल काम नहीं कर रहे। दोनों मंत्री से जुड़ हुए हैं। इसलिए बेखौफ हैं। ठेकेदार ने काम के एवज में 25 लाख रुपए की मांग की, जबकि काम 6-7 लाख रुपए का भी नहीं हुआ। जिला अस्पताल के पास काम आगे ही नहीं बढ़ पा रहा। कई बार कहा इनका ठेका निरस्त कर दो। कोई इन पर कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। आगर रोड निर्माण का पूरा ठीकरा सभी निगम सिर पर फोड़ऩा चाहते हैं और मेयर को नाकारा साबित करने की साजिश है। निगम सिंहस्थ के मद्देनजर शहर के आंतरिक मार्गों का चौड़ीकरण करना चाहता है। निगम को काम नहीं करने दिया जा रहा। (जैसा बैठक में मौजूद सूत्रों ने बताया) ये बोले मंत्री पारस जैन आगर रोड का कोई भी ठेकेदार मुझसे संबंधित नहीं। निगम ने ठेका दिया है, निगम कार्रवाई करह्वे। बयानबाजी को लेकर चाहो तो मेरी शिकायत पार्टी आलाकमान से कर दो। 

-  (डॉ. अरुण जैन)

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