शुक्रवार, 21 दिसंबर 2012

देश और समाज के विकास में शोध पत्रकारिता की भूमिका महत्वपूर्ण


शोध केन्द्र आधुनिक पत्रकारिता का दिग्दर्शक - मुख्यमंत्री श्री चौहान
भोपाल 21 दिसंबर 2012। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शोध से सच ज्ञात किया जा सकता है। इसलिये शोध की पत्रकारिता सच के नजदीक होती है। देश और समाज के विकास और कल्याण में शोध आधारित पत्रकारिता महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
श्री चौहान आज यहाँ इन्दौर प्रेस क्लब द्वारा शोध आधारित पत्रकारिता विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर जनसंपर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा, माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कुलपति श्री बृजकिशोर कुठियाला, जनसंपर्क आयुक्त श्री राकेश श्रीवास्तव, इन्दौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री प्रवीण खारीवाल सहित वरिष्ठ पत्रकार उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शोध आधारित पत्रकारिता लोकतंत्र में मूल प्रश्नों को उठाने और उनके समाधान का मार्ग प्रशस्त करने का कार्य करती है। इसके लिए यह आवश्यक है कि पत्रकारिता जो दिशा दिखाये, वह सही हो। शोध आधारित पत्रकारिता केन्द्र स्थापना का विचार इस दिशा में प्रभावी पहल है।
श्री चौहान ने भारत में आजादी के पूर्व, आजादी के बाद, आपातकाल और वर्तमान दौर की पत्रकारिता का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि एक मिशन से शुरू होकर पत्रकारिता आज के दौर से गुजर रही है। तब पत्रकार अपना सब कुछ लगाकर स्वयं पत्रकारिता करते थे। वर्तमान आर्थिक प्रतिद्वंदिता के समय में आज कोई पत्रकार समाचार-पत्र निकाले, यह अत्यंत दुष्कर है। ऐसी स्थिति में शोध केन्द्र को पत्रकारिता के नवीन और स्पष्ट मानकों की स्थापना के लिये आगे आना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकारिता समाज की दिशा तय करने का कार्य करती है। वह राष्ट्रीय और सामाजिक विषय पर निष्पक्ष बहस करवाती है। इसलिये यह जरूरी है कि समाज का सच सामने आये, साथ ही सामाजिक और राष्ट्रीय हितों के परिप्रेक्ष्य में सच को किस तरह कितनी गहराई से प्रस्तुत किया जाये, इस पर भी विचार कर मानदण्ड बनाने होंगे। बढ़ती व्यवसायिकता के युग में वास्तविक पत्रकारिता और पत्रकार का महत्व कैसे स्थापित हो, इस दिशा में भी विचार किया जाना चाहिये।
श्री चौहान ने कहा कि शोध केन्द्र की स्थापना का विचार सम-सामयिक आवश्यकता की पूर्ति करता है। इन्दौर प्रेस क्लब इस दिशा में पहल के लिये बधाई का पात्र है। उन्होंने कहा कि शोध केन्द्र का संचालन और उसका स्वरूप कैसा हो, इसके लिये सभी के सुझाव लिये जाने चाहिये। सुझावों के आधार पर केन्द्र के विकास और उसके संचालन में राज्य सरकार का पूरा सहयोग रहेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार का मूल कार्य विकास और जन-कल्याण है। प्रदेश सरकार सभी समाजों के कल्याण के लिये कार्य कर रही है। वह पत्रकारों के कल्याण कार्यों में भी पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने इस बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि सरकार का सहयोग पत्रकारिता को प्रभावित करने के लिये नहीं होगा। पत्रकारों को प्रोत्साहित करने के लिये होगा। उन्होंने कहा कि पत्रकार कभी भी स्वयं को अकेला महसूस नहीं करें। उनके प्रोत्साहन और संरक्षण के लिये राज्य सरकार सदैव उनके साथ खड़ी है।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन्दौर प्रेस क्लब की वेबसाइट का लोकार्पण किया। प्रतीकात्मक रूप में पत्रकार श्री विनोद नागर, श्री राजू घोलप, श्री संजीव श्रीवास्तव, श्री गौरव चतुर्वेदी, श्री चन्द्रा अर्गल, श्री देवी कुण्डल, श्री निरंजन वर्मा, श्रीमती योगिता जायसवाल और रानी तिवारी को दो-दो लाख रूपये दुर्घटना बीमा की पॉलिसी भेंट की।
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत करने वाली कलाकार बेबी अलिशा खान को स्मृति-चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। प्रेस क्लब इन्दौर की ओर से श्री कीर्ति राणा ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को स्मृति-चिन्ह भेंट किया।

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