सोमवार, 10 दिसंबर 2012

असलम की मौत पर विधानसभा में वाकऑउट

  असलम की मौत पर विधानसभा में वाकऑउट
भोपाल 10 दिसंबर 2012। बैतूल जिले के पाथाखेड़ा में शिक्षकों की पिटाई से छात्र असलम की मौत का मामला सोमवार को विधानसभा में गूंजा। मृतक के परिवार को पांच लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की मांग को लेकर पहले कांग्रेस विधायक सुखदेव पांसे, फिर आरिफ अकील ने तथा इसके बाद नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के आव्हान पर समूचे कसंग्रेस पक्ष ने सदन से वॉकआउट किया।
यह मामला कांग्रेस विधायक सुखदेव पांसे, आरिफ अकील और रामनिवास रावत ने ध्यानाकर्षण सूचना के जरिए उठाया था। पांसे का कहना था कि असलम को समय रहते इलाज मिल गया होता तो उसकी मृत्यु नहीं होती। अकील ने आरोपी शिक्षकों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के बजाय हत्या का मामला दर्ज किए जाने की मांग की। उन्होंने तीखी टिप्पणी की कि मामला अल्पसंख्या वर्ग से जुड़ा है। यदि वहां के लोग शव को सड़क पर रखकर रास्ता रोकते तो सभी मांगे मान ली जाती।
सूचना के उत्तर में गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने बताया कि पाथाखेड़ा के प्रेमनगर मिडिल स्कूल में बाल्टी को लेकर बच्चों में विवाद हुआ। इसके बाद शिक्षकों विजयराम भगत और बीजूराम सोनारिया ने चौथी कक्षा के छात्र असलम को पीटा। घटना 16 नवंबर की है। शिक्षक और परिजन इलाज के लिए बैतूल, पाढर और नागपुर ले गए। वहां से आने के बाद तीन दिसंबर को परिजनों ने पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई।
असलम को इलाज के लिए घोड़ा डोंगरी से जिला अस्पताल बैतूल और इसके बाद भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया। चार दिसंबर को उसकी मृत्यु हो गई। मौत का कारण मेरूदंड में चोट थी। दोनों शिक्षकों को पांच दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया गया। गुप्ता ने कहा कि प्रशासन को तीन दिसंबर से पहले घटना की जानकारी नहीं थी, जानकारी मिलते ही त्वरित कार्रवाई की गई है। जिला कलेक्टर ने नियमानुसार आर्थिक सहायता दी है। दोनों शिक्षकों के अलावा ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एके गुप्ता को भी निलंबित किया गया है।
आरिफ अकील ने कहा कि 16 नवंबर से 3 दिसंबर के बीच असलम का जिन अस्पतालों में इलाज हुआ, उन्होंने पुलिस और प्रशासन को सूचना नहीं दी। उनके खिलाफ भी मामला दर्ज होना चाहिए। मंत्री ने इसकी भी जांच की जाएगी। कांग्रेस विधायकों ने पांच लाख रुपए सहायता देने की मांग की। मंत्री ने कहा कि वे इस संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे।

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