रविवार, 11 नवंबर 2012

अमृत व सर्वार्थ सिद्धि योग में होगी भगवान कुबेर की पूजा


Nov 10, 01:32 pm


भोपाल। धनतेरस पर रविवार को आयुर्वेद के जनक महर्षि धन्वंतरि एवं धन के देवता कुबेर की पूजा की जाएगी। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि एवं अमृत सिद्घि योग बन रहा है। इस दिन खरीदी गई संपत्तिया वस्तु में 13 गुना वृद्घि होती है। इस दिन यम को दीप दान भी किए जाते हैं।
पंडित प्रहलाद पंड्या ने बताया कि दीपावली के दो दिन पूर्व धन्वंतरि जयंती का विशेष महत्व है। महर्षि धन्वंतरि को आयुर्वेद यानी स्वस्थ जीवन प्रदान करने वाले देवता के रूप में भी पूजा जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन ही महर्षि धन्वंतरि का जन्म हुआ था, इसलिए इस तिथि को धनतेरस भी कहा जाता है। समुद्र मंथन के दौरान महर्षि धन्वंतरि जब प्रकट हुए तब उनके हाथों में अमृत से भरा कलश था। उनके कलश लेकर प्रकट होने की घटना के प्रतीक स्वरूप ही बर्तन खरीदने की परंपरा की शुरुआत हुई। पूजा के पहले घर के बाहर दीप प्रज्जवलित कर कुबेर की पूजा करना चाहिए। इस दिन यम के नाम से दीप दान का विशेष महत्व है।
चांदी खरीदने की परंपरा
धनतेरस के दिन चांदी खरीदने की भी परंपरा है। इसके पीछे धारणा है कि यह चंद्रमा का प्रतीक है जो शीतलता प्रदान करती है और मन में संतोष रूपी धन का वास होता है। सोमवार को रूप चौदस और मंगलवार को दीपावली मनाई जाएगी।
कौन से मुहूर्त में क्या खरीदें
-शुभ लाभ के चौघड़ियों में स्थायी संपत्तिा, आभूषण एवं स्वर्ण की खरीदी की जाना चाहिए।
-चर के चौघड़िया में वाहन एवं अमृत के चौघड़िया में वस्त्र खरीदा जाना श्रेष्ठ होगा।
धन तेरस मुहूर्त
सुबह के मुहूर्त
लाभ 6:30 से 7:55 तक
अमृत 7:55 से 9:17 तक
शुभ 10:41 से 12:04 तक
चर 2:50 से 4:13 तक
लाभ 4:13 से 5:36 तक
शाम के मुहूर्त
शुभ 7.13 से 8.50 तक
अमृत 8.50 से 10.27 तक
चर 10.27 से रात 12.04 तक

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