बुधवार, 18 जुलाई 2012

मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेसियों का जमकर हंगामा


 

भोपाल 17 जुलाई 2012। कांग्रेस विधायकों ने मंगलवार को मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी के कक्ष के बाहर धरना देकर सदन में नहीं पहुंचने दिया।
इधर सदन में सभापति ज्ञान सिंह के आसंदी पर बैठने को लेकर आपत्ति खारिज किए जाने के बाद कांग्रेस विधायक आसंदी पर चढ़ गए और जमकर हंगामा किया।
चारों तरफ से कांग्रेसियों से घिरे ज्ञान सिंह ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर दी। कांग्रेस विधायकों ने सदन में कागज भी फेंके।
इससे पूर्व सत्ता पक्ष और कांग्रेस के विधायकों में नारेबाजी की जंग हुई। ये हांगामा पंद्रह मिनट तक चलता रहा।
इसके बाद भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ल सभापति आसन पर आ गए और भारी हंगामे के बीच वित्त मंत्री राघवजी ने पूरक बजट पेश कर दिया।
इसके बाद उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस विधायकों के आचरण के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश कर दिया।
संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी कहा कि कांग्रेस सदस्यों ने अध्यक्ष को सदन में नहीं आने दिया और सभापति के आसन पर पहुंचकर संसदीय मर्यादा को तार-तार कर दिया है।
सभापति ने ध्वनि मत से निंदा प्रस्ताव पारित करने की घोषणा कर कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।

स्थगित सदन में कांग्रेस विधायक दल के उपनेता ने विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पढ़ा।
इसमें आरोप लगाया कि अध्यक्ष ने अपनी निष्पक्षता खो दी है, सत्ता पक्ष के मुताबिक काम कर रहे हैं, हम उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर      

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