सोमवार, 12 दिसंबर 2011

मध्यप्रदेश तेज ठंड के आगोश में

मध्यप्रदेश तेज ठंड के आगोश मेंभोपाल 12 दिसंबर 2011। दिसंबर के दूसरे सप्ताह में कड़ाके की ठंड का इंतजार कर रहे पूरे प्रदेश उत्तरी हवाओं ने तेज ठंड के आगोश में ले लिया है। राजधानी भोपाल के ही रात के तापमान में एक दिन में छह डिग्री की कमी आई है। धार्मिक नगरी उज्जैन सर्वाधिक ठंडी है। वहां न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
दिसंबर शुरू होने के साथ ही पूरे प्रदेश में ठंड महसूस नहीं की जा रही थी। रात के वक्त भी लोग शाल-दुशाले से परहेज कर रहे थे। ठंड की कमी से पीले सोने के नाम से मशहूर सरसों की फसल प्रभावित हो रही थी और किसान चिंतित थे। इस बीच, हिमाचल प्रदेश और कश्मीर में हुए हिमपात ने किसानों के साथ आम आदमी के चेहरे पर रौनक ला दी है। हवा के रुख बदलने और उत्तरी हवाओं से प्रदेश में ठंड बढ़ गई है। कुछ दिन पहले तक दक्षिणी हवाएं प्रदेश आ रही थीं, इस कारण सर्दी महसूस नहीं की जा रही थी। अब भोपाल में एक दिन में ही पारा छह डिग्री नीचे लुढ़क गया है। एक दिन पहले रात का तापमान 14 डिग्री सेल्सियस था, जो बीती रात 8 डिग्री पर आ गया।
वहां न्यूनतम तापमान चार डिग्री दर्ज किया गया है, जो इस मौसम का सबसे कम तापमान है। मालवा के ही राजगढ़ और शाजापुर में न्यूनतम तापमान सात-सात डिग्री दर्ज किया गया है। वहीं दमोह में भी पारा सात पर पहुंच गया है। कंपकंपा देने वाली ठंड के लिए विख्यात ग्वालियर में अभी पारा नौ डिग्री तक पहुंचा है। यही हाल रीवा और मंडला का है। मौसम विभाग के अनुसार एक-दो दिन में दिन और रात के तापमान में और गिरावट होगी। प्रदेश में दिसंबर के दूसरे सप्ताह से ही ठंड की शुरूआत होती है और दिसंबर के अंतिम व जनवरी के पहले दूसरे सप्ताह तक पूरा प्रदेश शीतलहर की चपेट में आ जाता है।
Date: 12-12-2011

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें