शनिवार, 30 अप्रैल 2011

भोपाल से होगी जांच

भोपाल से होगी जांच
- मामला जिला अस्पताल में दवाई और सर्जिकल सामग्री खरीदी में घोटाले का
उज्जैन, 30 अप्रैल 2011 (डॉ. अरुण जैन)। जिला अस्पताल में दवाई और सर्जिकल सामग्री खरीदी के नाम पर हुए घोटालों की जांच प्रदेश सरकार करेगी। शुक्रवार को जिले के प्रभारी मंत्री विजय शाह ने भोपाल के स्वास्थ्य विभाग से मामले की जांच करवाने के निर्देश दिए। ऐसे में सिविल सर्जन डॉ. डीपीएस गहरवार और स्टोर कीपर सहित स्वास्थ्य अमले के कुछ कर्मचारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। जिला अस्पताल में नियम कायदों को तांक में रखकर दवाई और सर्जिकल सामग्री की खरीदी कई वर्षो से की जा रही थी। कभी यह खेल कोटेशन के बहाने किया जाता तो कभी बगैर टेंडर के ही कथित फर्म को खरीदी के आर्डर देकर। इस पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी के रिश्तेदार की फर्म को बेजा फायदा पहुंचाकर लाखों रूपए का भ्रष्टाचार किया गया।
जब प्रभारी मंत्री बृहस्पति भवन में रोगी कल्याण समिति की बैठक ले रहे थे। तभी समिति सदस्य राजेंद्र झालानी ने पेपरों में छपी खबर की कटिंग का प्रभारी मंत्री और कलेक्टर डॉ. एम. गीता को सौंपते हुए मामले की जांच करवाने की मांग की। कलेक्टर और प्रभारी मंत्री ने बंच को देखा और मामले की गंभीरता को भांपते हुए निर्णय लिया कि पूरे मामले की जांच जिला पंचायत सीईओ रवींद्रसिंह के नेतृत्व में एक जांच समिति करेगी। इस पर रोकस सदस्य श्रीराम तिवारी ने भरी बैठक में जांच प्रभावित होने की आशंका जता दी। उन्होंने कहा कि मामले में घिरे चिकित्सा अधिकारी और जांच करने वाले एक ही जाति के होने से मामला कहीं रफा-दफा नहीं हो जाए। लिहाजा जांच समिति में एक जनप्रतिनिधि भी शामिल किया जाए। यह सुनकर कलेक्टर और प्रभारी मंत्री भडक़ उठे। उन्होंने कहा कि हम जाति-धर्म के आधार पर कार्य नहीं करते हैं। यदि आपकों हम पर विश्वास नहीं है तो जिससे चाहों जांच करवा लो। मामला गर्माता देख विधायक शिवनारायण जागीरदार ने हस्तक्षेप किया और प्रभारी मंत्री ने पूरे मामले की जांच शासन स्तर पर भोपाल के स्वास्थ्य विभाग से करवाने के निर्देश दिए।
Date: 30-04-2011

1 टिप्पणी:

  1. कम ही जांचों के कोई ठोस नतीज़े निकले हैं अथवा हमने उनसे कोई सबक लिया है।

    जवाब देंहटाएं