सोमवार, 7 फ़रवरी 2011

'RSS नेता इंद्रेशजी ने ही करवाई थी जोशी की हत्या'

नई दिल्ली ।। भगवा आतंकवाद के लिए कथित तौर पर आर्थिक मदद मुहैया कराने वाले भरत मोहनलाल रातेश्वर उर्फ भरत भाई ने इकबालिया बयान में बताया है कि आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि खुद आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने करवाई थी।

दिल्ली से प्रकाशित एक अंग्रेजी दैनिक में मंगलवार को छपी खबर के मुताबिक भरत भाई ने जोशी को अजमेर ब्लास्ट का मुख्य साजिशकर्ता तो बताया ही है, उसने यह भी कहा है कि जोशी की हत्या के पीछे इंद्रेश कुमार का हाथ है। गौरतलब है कि अजमेर ब्लास्ट के एक और आरोपी असीमानंद के बयान में पहले ही यह बात कही जा चुकी है।

अजमेर ब्लास्ट मामले में दायर चार्जशीट में बतौर गवाह रातेश्वर का नाम भी शामिल था। शुक्रवार को गुजरात के वलसाड़ स्थित उसके घर से उठाया गया और अजमेर की एक अदालत में पेश किया गया। रातेश्वर को 11 फरवरी तक के लिए रिमांड पर भेज दिया गया।

गौरतलब है कि अजमेर, मालेगांव और मक्का मस्जिद ब्लास्ट के आरोपी जोशी की देवास में 20 दिसंबर 2007 को हत्या कर दी गई थी।

रातेश्वर ने अपने बयान में बताया है कि आनंदराज नाम के व्यक्ति से और फिर अगले दिन अखबार से जोशी की हत्या की खबर मिलने के बाद उसने प्रज्ञा सिंह (मालेगांव ब्लास्ट आरोपी) को फोन किया था। प्रज्ञा सिंह ने उस खबर की पुष्टि की। रातेश्वर का यह बयान सीआरपीसी की धारा 161 और 164 के तहत दर्ज कर अजमेर ब्लास्ट की चार्जशीट के साथ अदालत को सौंपा गया था।

रातेश्वर के मुताबिक अखबार में छपे फोटो से उसे पता चला कि जोशी वही शख्स थे जिन्हें वह मनोज के नाम से जानता था। उसके बाद उसने स्वामी असीमानंद को फोन किया। असीमानंद ने कहा, ' यह सब काम इंद्रेशजी का है और ये इंद्रेशजी संघ वाले हैं जो उसे पसंद नहीं करते थे। '

रातेश्वर ने यह भी बताया कि 11 अक्टूबर (जिस दिन अजमेर ब्लास्ट) की रात को जोशी ने उसे फोन कर बताया था, ' हमने पटाखे फोड़ दिए हैं। ' शुरू में वह इसका मतलब नहीं समझा, लेकिन बाद में जब अजमेर ब्लास्ट की खबर सुनी, तो दोबारा फोन कर जोशी से पूछा कि क्या उनका मतलब अजमेर ब्लास्ट से था ? जोशी ने हां में जवाब देते हुए कहा कि यह खबर वह असीमानंद तक पहुंचा दे।

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