गुरुवार, 17 फ़रवरी 2011

विस उपचुनाव : भाजपा ने परचम लहराया

विस उपचुनाव : भाजपा ने परचम लहराया
भोपाल 17 फरवरी 2011 मप्र की दो विधानसभा सीटों के लिए 14 फरवरी को हुए उपचुनाव में भाजपा ने अपना परचम लहराया है। मप्र की कुक्षी सीट भाजपा प्रत्याशी मुकाम सिंह किराड़े ने जीत ली है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस की सुश्री निशा सिंगार को 16651 मतों से परास्त किया। वहीं सोनकच्छ में भी भाजपा के राजेन्द्र वर्मा कांग्रेस के अर्जुन वर्मा 20 हजार वोटों से जीत गये है। मप्र की दोनों ही सीटों पर मिली जीत को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता से जोड़ कर देखा जा रहा है। विशेष कर ऐसे समय जब प्रदेश में पाले की मार के कारण फसलें चौपट है और दो दर्जन से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं। सत्तारूढ़ दल के प्रति असंतोष उपजना स्वाभाविक माना जा रहा था, लेकिन श्री चौहान उपचुनाव में धुंआधार प्रचार कर मतदाताओं को यह बताने में सफल रहे कि प्राकृतिक आपदा के कारण कृषि क्षेत्र को पहुंचे नुकसान से राज्य सरकार भी चिंतित है और किसानों के हित में अनेक कल्याण कारी कदम उठाए जा रहे हैं। ज्ञात हो कि श्री चौहान ने प्रचार के दौरान एक ही दिन में 26 स्थानों पर सभाएं कर यह बता दिया था कि भाजपा इन उपचुनावों को लेकर काफी गंभीर है। इसका फायदा भी उसे मिला। श्री किराड़े प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रंजना बघेल के पति हैं। इस उपचुनाव में श्रीमती बधेल की साख भी दाव पर थी। वहीं सोनकच्छ में प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, जेल एवं श्रम मंत्री जगदीश देवड़ा मोर्चा संभाले हुए थे। इनके सघन प्रचार एवं जनसंपर्क के कारण ही भाजपा कांग्रेस के दमदार माने जा रहे प्रत्याशी को शिकस्त देने में कामयाब रही।
भोपाल 17 फरवरी 2011 मप्र की दो विधानसभा सीटों के लिए 14 फरवरी को हुए उपचुनाव में भाजपा ने अपना परचम लहराया है। मप्र की कुक्षी सीट भाजपा प्रत्याशी मुकाम सिंह किराड़े ने जीत ली है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस की सुश्री निशा सिंगार को 16651 मतों से परास्त किया। वहीं सोनकच्छ में भी भाजपा के राजेन्द्र वर्मा कांग्रेस के अर्जुन वर्मा 20 हजार वोटों से जीत गये है। मप्र की दोनों ही सीटों पर मिली जीत को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता से जोड़ कर देखा जा रहा है। विशेष कर ऐसे समय जब प्रदेश में पाले की मार के कारण फसलें चौपट है और दो दर्जन से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं। सत्तारूढ़ दल के प्रति असंतोष उपजना स्वाभाविक माना जा रहा था, लेकिन श्री चौहान उपचुनाव में धुंआधार प्रचार कर मतदाताओं को यह बताने में सफल रहे कि प्राकृतिक आपदा के कारण कृषि क्षेत्र को पहुंचे नुकसान से राज्य सरकार भी चिंतित है और किसानों के हित में अनेक कल्याण कारी कदम उठाए जा रहे हैं। ज्ञात हो कि श्री चौहान ने प्रचार के दौरान एक ही दिन में 26 स्थानों पर सभाएं कर यह बता दिया था कि भाजपा इन उपचुनावों को लेकर काफी गंभीर है। इसका फायदा भी उसे मिला। श्री किराड़े प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रंजना बघेल के पति हैं। इस उपचुनाव में श्रीमती बधेल की साख भी दाव पर थी। वहीं सोनकच्छ में प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, जेल एवं श्रम मंत्री जगदीश देवड़ा मोर्चा संभाले हुए थे। इनके सघन प्रचार एवं जनसंपर्क के कारण ही भाजपा कांग्रेस के दमदार माने जा रहे प्रत्याशी को शिकस्त देने में कामयाब रही।

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