अगले तीन वर्ष जल वर्ष के रूप में मनाये जायेंगे - मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
समृद्ध भारत बनाने ग्रामों की संपन्नता जरूरी - पूर्व राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, चित्रकूट में स्वावलम्बन अभियान का लोकार्पण
भोपाल 27 फरवरी 2011। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश मे अगले तीन वर्ष जल वर्ष के रूप मे मनाये जायेगें। जिसमे सिंचाई के साधनों का विस्तार कर एवं किसानों के खेतों में पानी पहुँचाया जायेगा। प्रदेश मे श्वेत क्रांति लाने और दुग्ध का उत्पादन बढाने के प्रयास किये जायेगें। उन्होने कहा कि जबलपुर मे स्व. नानाजी देशमुख के नाम से पशुपालन विश्वविद्यालय भी स्थापित किया जायेगा। मुख्यमंत्री रविवार को सतना जिले के चित्रकूट मे पद्म विभूषण स्व. नानाजी देशमुख की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर स्वावलम्बन अभियान के लोर्कापण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने कहा कि भारत को सम़ृद्ध राष्ट्र बनाने के लिये ग्रामों की संपन्नता जरूरी है। स्व. नानाजी देशमुख के नेतृत्व ने चित्रकूट क्षेत्र के पॉच सौ गॉवों को आत्मनिर्भर बनाया है। यह महत्वपूर्ण कार्य है। इस माडल के सफलता के रहस्य को सभी गॉवों तक पहुंचाना होगा। पूर्व राष्ट्रपति ने भारत के हर ग्राम को सम्पन्न और समृद्ध बनाने के लिये चित्रकूट की उपलब्धियो को अन्य ग्रामो मे भी फैलाने की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आगे कहा कि अगले तीन वर्षो मे मध्यप्रदेश मे बडी सिंचाई परियोजनाओ के अलावा छोटी-छोटी सिंचाई योजनाओ और संरचनाओ के माध्यम से किसानो को सिंचाई हेतु जल उपलब्ध कराने के प्रयास किये जायेगें। इसके लिये इसी वर्ष से बजट मे भी राशि का पर्याप्त प्रावधान किया जा रहा है। उन्होने कहा कि खेती को लाभ का धन्धा बनाने के लिये खेती की उत्पादन लागत घटाने और उत्पादन का सही मूल्य किसानो को एक प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। इसी प्रकार उद्यमिता विकास के आधार स्वरूप पूरे प्रदेश के हर विकासखण्ड स्तर पर कौशल विकास केन्द्र खोले जायेगें, ताकि लोगो को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार उपलब्ध कराया जा सकें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व. नानाजी के स्वावलम्बन कार्यक्रम से प्रेरणा लेकर पूरे प्रदेश मे आओ बनाये अपना म.प्र. अभियान शुरू किया गया है। समाज की सरकार के कार्यो मे भागीदारी नही होगी तब तक म.प्र. समृद्ध नही बन सकता। उन्होने कहा कि प्रदेश मे पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के एकात्म मानव दर्शन के सिद्धातों के अनुरूप शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र मे कार्य किये जा रहे है। अगले शैक्षणिक सत्र से बालिकाओ के साथ ही बालको को भी गणवेश और सायकल दी जायेगी। गणवेश और सायकल खरीदने के लिये राशि का प्रदाय छात्रो के अभिभावको को किया जायेगा। इसी तरह किसानो को उन्नत कृषि यंत्र पर मिलने वाला अनुदान किसानो के खेतो मे जमा होगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व. नानाजी देशमुख की प्रथम पुण्यतिथि पर अपनी श्रद्धांजलि देते हुये कहा कि गॉवो की खुशहाली और स्वावलम्बन के लिये जो कार्य शुरू किये है उन्हे समाज शिल्पी, पूरा करेंगे और सरकार भी इन कार्यो मे कन्धा से कन्धा मिलाकर चलेगी। कार्यक्रम को श्रीमती तरला जोशी, श्री मदनदास देवी, श्री अभय महाजन, श्री शंकर प्रसाद ताम्रकार, डॉ. भरत पाठक, आर.बी. पंडित, राजगुरू श्री प्रपन्नाचार्य जी महाराज तथा दीनदयाल शोध संस्थान के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्रजीत सिंह भी संबोधित किया।
कार्यक्रम मे प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री नागेन्द्र सिंह, स्कूल शिक्षा मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस, कृषि कल्याण मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया, ऊर्जा एवं खनिज साधन राज्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, कषि राज्यमंत्री श्री ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह, सांसद सतना श्री गणेश सिंह, सांसद सीधी श्री गोविन्द मिश्रा, विधायक चित्रकूट श्री सुरेन्द्र सिंह गहरवार सहित जिले के क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, दीनदयाल शोध संस्थान के अधिकारी, पदाधिकारी, गणमान्य नागरिक, प्रशासनिक अधिकारी एवं लगभग 500 ग्रामो के आम जन उपस्थित थे।
Date: 27-02-2011
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