अप्रैल से प्रांतीय आंदोलन का शंखनाद
उज्जैन, 02 फरवरी 2011, (डॉ. अरुण जैन)। अपनी मांगों को लेकर किसानों द्वारा अप्रैल 2011 से प्रांतीय आंदोलन का शंखनाद किया जाएगा। प्रथम चरण में प्रांत स्तर पर चरणबद्ध आंदोलन किए जाएंगे, इस दौरान ही दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय आंदोलन की तिथि निर्धारित की जाएंगी। किसानों को इस आंदोलन के लिए अभी से तैयारी करनी होगी।
भारतीय किसान संघ के तीन दिवसीय 9वें राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन पर रविवार को संघ के राष्ट्रीय महामंत्री प्रभाकर केलकर ने यह घोषणा की। किसान विरोधी नीतियों पर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों को आड़े हाथों लेते हुए केलकर ने कहा कि स्वतंत्रता मिलने के बाद से ही किसान सरकार की नीतियों से उपेक्षित होता आया है लेकिन अब किसान चुप नहीं रहेंगे। दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय आंदोलन से पहले प्रांत स्तर पर अप्रैल माह से किसानों का आंदोलन प्रारंभ किया जाएगा। आंदोलन के दौरान ही राष्ट्रीय आंदोलन की तिथि निर्धारित की जाएगी। इसके अलावा केलकर ने जल जनजागरण अभियान को लेकर मार्च से विकासखंड स्तर पर अभ्यास वर्ग प्रारंभ करने की भी घोषणा की। समापन सत्र को संबोधित करते हुए भाकिसं के राष्ट्रीय अध्यक्ष अन्ना साहेब मुरकुटे ने कहा भाकिसं का मुख्य उद्देश्य स्वावलंबी किसान, समृद्ध ग्राम एवं समर्थ भारत का निर्माण करना है। इस दौरान बड़ी संख्या में किसानों ने एक बार फिर जल संरक्षण, संवद्र्धन एवं स्वच्छता का संकल्प लिया।
73 स्टॉलों पर किसानों ने ली नई-नई जानकारियां: कार्तिक मेला प्रांगण पर राष्ट्रीय अधिवेशन में किसानों के लिए बीज, खाद, जैविक उत्पादन एवं खेती के उन्नत तरीकों के लिए एक प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें प्रमुख रूप से सौर ऊर्जा, आधुनिक खेती, कम पानी में फसलों की सिंचाई, औषधीय खेती के अलावा अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की।
पहले 34 अब चार प्रतिशत क्यों: भास्कर से चर्चा के दौरान भाकिसं के राष्ट्रीय महामंत्री प्रभाकर केलकर ने प्रथम पंचवर्षीय योजना के बजट में 37 प्रतिशत राशि का प्रावधान होने व अब घटकर 4 प्रतिशत होने पर आक्रोश जताया। आपने औद्योगिक उपयोग के लिए किसानों की भूमि पर अधिग्रहण नहीं करने देने का संकल्प दोहराते हुए कहा कृषि पर देश का 60 प्रतिशत रोजगार निर्भर है, वहीं औद्योगिक क्षेत्र में मात्र 20 प्रतिशत रोजगार का ही सृजन होता है, फिर भी इनके विकास के लिए सरकार उद्योगपतियों के दबाव में किसानों की भूमि को औने-पौने दामों पर खरीदने की सोच रखती है।
Date: 07-02-2011 Time: 17:55:11
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