सोमवार, 7 फ़रवरी 2011

खेती की आधुनिक तकनीकी का उपयोग कर किसान आत्मनिर्भर बन सकते हैं

खेती की आधुनिक तकनीकी का उपयोग कर किसान आत्मनिर्भर बन सकते हैं
उद्यानिकी मंत्री द्वारा राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन
भोपाल 7 फरवरी 2011। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि खेती की परम्परागत तकनीकी और आधुनिक तकनीकी के बीच समन्वय की आवश्यकता है ताकि उत्पादन वृद्धि के साथ-साथ उत्पाद की गुणवत्ता भी अक्षुण्ण रहे। श्री विजयवर्गीय आज यहां राज्य स्तरीय फल-फूल, सागभाजी प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद प्रदेशभर से आये किसानों को संबोधित कर रहे थे। प्रतिवर्ष होने वाली इस दो दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन कृषि प्रौद्योगिकी मेले फार्मटेक-2011 के अन्तर्गत संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी और राज्य उद्यानिकी मिशन द्वारा किया गया है।
उद्यानिकी मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि खेती की आधुनिक तकनीकी के उपयोग से उत्पादन बढ़ने के साथ किसानों को मुनाफा भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि अनाज, दलहन, तिलहन की परम्परागत खेती के साथ उद्यानिकी खेती को आज उद्योग का दर्जा प्राप्त है। इसलिये फल-फूल, साग-सब्जी, मसाले, औषधीय फसलों की खेती को बढ़ाया दिया जा रहा है।
श्री वियजवर्गीय ने प्रदेश सरकार की कृषि को लाभप्रद बनाने की प्राथमिकता का उल्लेख करते हुए कहा कि किसान आधुनिक खेती को अपनाकर मुनाफा कमायें और आत्मनिर्भर बनकर कर्ज से मुक्ति पा सकें। उन्होंने कृषि और उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से कहा कि गांवों में जाकर किसानों को एक वर्ष में एक से अधिक फसल लेने, शुष्क खेती को अपनाने जैसी जानकारी उपलब्ध कराये ताकि किसान के लिये खेती लाभप्रद हो सके। उन्होंने किसानों से फार्मटेक मेले में मिली जानकारी के संबंध में बातचीत भी की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि फार्मटेक मेले के तकनीकी सत्रों में कृषि वैज्ञानिकों के व्याख्यानों को सरल हिन्दी में छपवाकर किसानों को उपलब्ध कराया जाये।
प्रारंभ में प्रमुख सचिव (उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण) श्री सेवाराम ने कहा कि प्रदेश में उद्यानिकी के क्षेत्र में व्यापक अवसर और संभावनाएं है। इसीलिये प्रदेश सरकार उद्यानिकी को बढ़ावा दे रही है। किसान इस क्षेत्र में आगे बढ़कर अपना आर्थिक विकास कर सकते हैं।
पीएचडी चेम्बर के संचालक श्री राजेन्द्र कोठारी ने फार्मटेक-2011 के आयोजन के उद्देश्यों के विषय में संक्षेप में जानकारी दी। उद्यानिकी संचालक श्रीमती रश्मि अरूण शमी ने बताया कि प्रदर्शनी में प्रदेश के 500 से भी अधिक किसानों की 2750 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं। अपर मुख्य सचिव श्रीमती आभा अस्थाना प्रदर्शनी का समापन मंगलवार 8 फरवरी, को दोपहर 2 बजे करेंगी और किसानों को उनकी पुरस्कृत प्रविष्टियों के लिए पुरस्कार प्रदान करेंगी।
Date: 07-02-2011 Time: 17:45:43

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