बुधवार, 9 फ़रवरी 2011

नहर घोटाले और स्टेशनरी घोटाले चालान पेश

नहर घोटाले और स्टेशनरी घोटाले चालान पेश
नहर घोटाले और स्टेशनरी घोटाले चालान पेश
भोपाल। हरसी उच्च स्तरीय नहर परियोजना में 260 करोड़ रुपए के घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने 14 इंजीनियरों के खिलाफ विशेष अदालत में चालान पेश कर दिया है। बुधवार को ही ग्वालियर जिला सहकारी बैंक के स्टेशनरी घोटाले में भी बैंक के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव समेत आठ आरोपियों के खिलाफ चालान पेश हो गया है।
ईओडब्ल्यु के ग्वालियर एसपी ओपी मित्तल ने इसकी पुष्टि की है। हरसी नहर परियोजना के घोटाले में 31 लोगों के खिलाफ अनुपातहीन संपत्ति का मामला दर्ज हुआ था। जिला सहकारी बैंके स्टेशनरी घोटाले में पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव, बैंक के आरोपी अधिकारी कर्मचारी ईशानचंद्र अवस्थी, गजेंद्र श्रीवास्तव, मुकेश कुमार माथुर, सुरेशचंद्र जैन, रजनी मुले,संजीव शुक्ला और शीला गुर्जर के खिलाफ चालान पेश हुआ है। मिलिंद सहस्त्रबुद्धे और एसके तारण के खिलाफ अनुमति नहीं मिली है।
क्या है मामला
मामले की शिकायत बैंक कर्मचारी सतीश शर्मा ने वर्ष 2004 में प्रमाण सहित की थी। बैंक अफसरों ने विभागीय अनियमितता बताते हुए मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। तत्कालीन गृह मंत्री हिम्मत कोठारी से शिकायत किए जाने के बाद दोबारा हुई जांच में पाया गया कि महिला बहुउद्देश्यीय सहकारी समिति गढ़रौली के नाम से स्टेशनरी के फर्जी बिल बनाकर 5.83 लाख रुपए का गबन किया गया। समिति का पंजीयन 27 अक्टूबर 98 को हुआ जबकि 20 हजार रुपए का भुगतान 20 अक्टूबर को दर्शाया गया।
Date: 10-02-2011 Time: 00:13:46

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