सोमवार, 28 फ़रवरी 2011

54 लाख किसानों की भूमि गिरवी रखने की कोशिश!

54 लाख किसानों की भूमि गिरवी रखने की कोशिश!
54 लाख किसानों की भूमि गिरवी रखने की कोशिश!
भोपाल, 28 फरवरी 2011। मध्य प्रदेश के 'एपेक्स बैंक' द्वारा कर्ज हासिल करने के लिए 54 लाख से ज्यादा किसानों की जमीन एक विदेशी कम्पनी को गिरवी रखने की कोशिशों पर कांग्रेस ने सोमवार को विधानसभा में जमकर हंगामा किया और जांच के लिए विधायकों की समिति न बनाए जाने पर सदन से बहिर्गमन किया।
कांग्रेस विधायक डा. प्रभुराम चौधरी ने विधानसभा में 'एपेक्स बैंक' द्वारा कर्ज हासिल करने के लिए विदेशी कम्पनी स्पीड स्टार एजेंसी प्राइवेट लिमिटेड को प्रदेश के 54 लाख 58 हजार 942 किसानों की भूमि और बैंक की सम्पत्ति गिरवी रखने की कोशिश का मामला उठाया। चौधरी का आरोप था कि किसानों ने इस बैंक से कर्ज लेने के लिए अपनी जमीन के जो कागजात जमा किए थे, उन्हें बैंक ने गिरवी रखने की कोशिश की।
चौधरी ने आरोप लगाया कि नाबार्ड, प्रदेश के वित्त विभाग और भारतीय रिजर्व बैंक की अनुमति लिए बिना बैंक के संचालक मंडल ने किसानों की लगभग दो लाख 18 हजार करोड़ रुपये से अधिक की जमीन गिरवी रखने का फैसला कर लिया। बैंक के इस निर्णय पर नाबार्ड ने आपत्ति भी दर्ज कराई।
विधानसभा में कांग्रेस विधायक एवं प्रतिपक्ष के उपनेता चौधरी राकेश सिंह ने विभागीय मंत्री गौरीशंकर बिसेन से इस मामले की जांच विधायकों की समिति या न्यायिक समिति से कराने की मांग की। सहकारिता मंत्री ने इस मांग को नकारते हुए बताया कि यह मामला आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो के पास है। इस जवाब पर कांग्रेस ने हंगामा करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ईश्वर दास रोहाणी से समिति गठन के लिए हस्तक्षेप की मांग की। जब रोहाणी ने भी आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो से जांच का हवाला देकर हस्तक्षेप करने से इंकार किया तो कांग्रेस विधायक बहिर्गमन कर गए।
कांग्रेस के बर्ताव पर सत्तापक्ष के मंत्रियों गोपाल भार्गव, उमाशंकर गुप्ता और नरोत्तम मिश्रा ने आपत्ति दर्ज कराई।
राकेश सिंह ने कहा कि किसानों की भूमि गिरवी रखने की साजिश में मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक शामिल हैं। यही कारण है कि सरकार इस प्रकरण की जांच से बच रही है। उन्होंने बैंक के इस कृत्य को देशद्रोह करार दिया।
कांग्रेस विधायक अजय सिंह राहुल ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद को 'किसान पुत्र' कहते हैं, इसलिए उन्हें किसानों के हित में इस मामले की जांच करानी चाहिए। उन्होंने एलान किया कि कांग्रेस बैंक के इस कृत्य को चौपाल तक ले जाएगी।

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