शुक्रवार, 25 फ़रवरी 2011

28 फरवरी को रात में होगी बेघर परिवारों की गणना

28 फरवरी को रात में होगी बेघर परिवारों की गणना


Bhopal: Friday, February 25, 2011:

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जनगणना 2011 के दूसरे चरण में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बेघर परिवारों की जनगणना 28 फरवरी को रात में होगी। ऐसे परिवारों को बेघर माना जाएगा जो खुले में या सड़क के किनारे फुटपाथों अथवा जमीन के नीचे डाले जाने वाले पाईपों, फ्लाई ओव्हरों और सीढीयों के नीचे, प्लेटफार्म और बाजार, मंडियों, धार्मिक स्थलों मंदिरों रेल्वे स्टेशन, बस-स्टेण्ड आदि स्थानों के आसपास में खुले स्थानों में रह रहे हैं।

बेघर परिवारों की गणना वर्ष 1951 से जनगणना कार्य के तहत होती आ रही है। इस बार भी जनगणना प्रगणक अपने कार्य क्षेत्र के ब्लाक में बेघर लोगों की गणना करेंगे और इन सभी स्थानों का ब्यौरा दर्ज करेंगे जहाँ बेघर परिवार रह रहे हैं। जहां ऐसे परिवारों के रहने की संभावना है वहां प्रगणक पहुँचेंगे। ऐसे बेघर लोगों की संख्या अधिक होने पर वे अन्य प्रगणकों की मदद भी बेघर लोगों की गणना के कार्य में ले सकेंगे। गणना ब्लाक में खुले स्थानों पर बड़ी संख्या में घूमते रहने वाले खानाबदोश व्यक्तियों का विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा। बेघर परिवारों की जनगणना के दौरान 28 फरवरी की रात में प्रगणकों के साथ सुरक्षा के लिये पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगे। शहरी क्षेत्रों में बेघर परिवारों की जनगणना के कार्य में वार्ड स्तर पर गठित जनगणना समितियों और वार्ड पार्षदों तथा हाऊसिंग सोसायटियों के पदाधिकारियों की मदद भी ली जाएगी।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2011 की गणना में मध्यप्रदेश में बेघर परिवारों की कुल संख्या 53 हजार 489 थी। इनमें से ग्रामीण क्षेत्र में 37 हजार 827 तथा नगरीय क्षेत्र में 15 हजार 662 बेघर परिवार पाए गए थे। इस दौरान प्रदेश में कुल बेघर जनसंख्या 2 लाख 31 हजार 246 थी, इनमें 88 हजार 582 शहरी और 35 हजार 322 ग्रामीण लोग थे।

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