नसबंदी की शर्त पर बंदूक का लाइसेंस!
भोपाल 2 जनवरी 2010। अगर आप शस्त्र लाइसेंस चाहते हैं तो पांच महिलाओं या पुरुषों को नसबंदी के लिए राजी कर लीजिए, काम बन जाएगा। दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार ने परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए ऐसा नियम बनाया है।
ऐसे नियम की बात सुनने में कुछ अजीब लग सकती है, मगर प्रदेश के सागर जिले में ऐसा ही हो रहा है।
प्रदेश सरकार इस वर्ष को परिवार नियोजन वर्ष के तौर पर मना रही है। इसी के चलते सभी जिलों के लिए लक्ष्य तय किए गए हैं। यह लक्ष्य पाना कई जिलों के लिए चुनौती बन गया है। यही कारण है कि लोगों को नसबंदी कराने के लिए तरह-तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं।
बुदेलखण्ड क्षेत्र के सागर जिले में तय लक्ष्य को हासिल करने के लिए विशेष रणनीति बनाई गई है, जिसके मुताबिक पांच महिलाएं या पुरुषों की नसबंदी कराने पर शस्त्र लाइसेंस पाने की चाहत पूरी हो सकती है।
मालूम हो कि प्रदेश के कई इलाके ऐसे हैं, जहां लोगों की जरूरत के साथ रुतबे लिए शस्त्र रखना जरूरी है। ऐसे इलाकों में चंबल और बुंदेलखण्ड प्रमुख हैं। बुंदेलखण्ड के सागर जिले में भी एक ऐसा वर्ग है जो किसी भी कीमत पर शस्त्र लाइसेंस चाहता है।
एक तरफ सरकार का परिवार नियोजन का लक्ष्य है तो दूसरी ओर लोगों की शस्त्र लाइसेंस की मांग। इसी के मद्देनजर सागर के जिलाधिकारी मनीष श्रीवास्तव ने तय किया है कि जो भी व्यक्ति प्रेरक की भूमिका निभाकर पांच महिलाओं या पुरुषों की नसबंदी कराएंगे, उन्हें प्राथमिकता देते हुए शस्त्र लाइसेंस की उनकी मांग पूरी की जाएगी।
श्रीवास्तव ने बताया कि लोगों को नसबंदी कराने के लिए प्रेरित करने वालों को सरकार की ओर से तय राशि तो मिलेगी ही, साथ ही अगर पांच लोगों के आपरेशन कराने के एवज में वह शस्त्र लाइसेंस की मांग करता है तो उसे प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि यह प्रयोग सफल हो रहा है और कई लोग प्रेरक के तौर पर आगे भी आए हैं। यही कारण है कि शिविरों में आकर नसबंदी कराने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है।
श्रीवास्तव ने कहा कि यह बाध्यता नहीं है कि जो व्यक्ति लाइसेंस पाना चाहता है उसे भी नसबंदी करानी होगी। कोई आवेदक यदि अविवाहित है और शस्त्र लाइसेंस चाहता है तो उसे पांच ऐसे दंपति को लाना होगा जो आपरेशन कराना चाहते हों।
गौरतलब है कि प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी जिला प्रशासन नसबंदी आपरेशन कराने वालों और प्रेरकों को तरह-तरह के उपहार देने का एलान कर चुका है।
Date: 02-01-2011
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