बुधवार, 26 जनवरी 2011

तिरंगा यात्रा का बर्बरतापूर्ण दमन कांग्रेस की औपनिवेशिक मानसिकता का प्रतीक,

तिरंगा यात्रा का बर्बरतापूर्ण दमन कांग्रेस की औपनिवेशिक मानसिकता का प्रतीक,
राष्ट्रवादियों के अपमान का जनता माकूल जवाब देगी - प्रभात झा
भोपाल 25 जनवरी 2011। भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय एकता यात्रा (तिरंगा यात्रा) को देश की अखण्डता, धर्मनिरपेक्षता के प्रतीक जम्मू कश्मीर में प्रवेश करने से रोकने में जिस तरह कांग्रेस की शह पर उमर अब्दुल्ला सरकार ने कार्यकर्ताओं पर बर्बरता का कहर बरपाया है, लोकतंत्र और संविधान की भावना आहत हुई है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सासंद प्रभात झा ने तिरंगा यात्रा में भाग ले रहे देश भर के कार्यकर्ताओं पर दमन की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि इससे साबित हो गया है कि कांग्रेस अंग्रेजी मानसिकता से उबर नहीं पायी है। सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह अलगाववादियों को खुश करने, देश के स्वाभिमान को आहत करने और राष्ट्रवादियों का हौंसला पस्त करने का कांग्रेसी एजेंडा पूरा करने में शक्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं। आप भोपाल के भवानी चौक पर विरोध स्वरूप धरना, प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे। प्रभात जी ने कहा कि लालचौक श्रीनगर में ध्वजारोहण से रोकने के पीछे कांग्रेस की मंशा उसे भारत से पृथक दिखाने की है। प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को इस बात का खुलासा करना पड़ेगा कि आखिर श्रीनगर लाल चौक क्या भारत का भू-भाग नहीं है और क्या वहां भारत के नागरिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध है। ध्वजारोहण करना क्या अपराध है। लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए जिस तरह जम्मू-कश्मीर की सीमा पर कार्यकर्ताओं का दमन की कार्यवाही की गई है, उससे लगता है कि कांग्रेस ने आपातकाल से सबक नहीं लिया है। कांग्रेस आपातकाल की मानसिकतावस कार्य कर रही है। यह कांग्रेस की पतन यात्रा की शुरुआत है।
वरिष्ठ नेता प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कार्यकर्ताओं के धरना आंदोलन में भाग लेते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर से संविधान की विशेष धारा 370 समाप्त करने का वक्त आ गया है। जम्मू कश्मीर से दो विधान, दो प्रधान और दो निशान समाप्त करने के लिए भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने आंदोलन कर परंिमट व्यवस्था को समाप्त करने को विवश किया था। देश की अखण्डता के लिए उन्होंने प्राण न्यौछावर किये थे। जम्मू-कश्मीर भारत का अंग है, इसका श्रेय डॉ. मुखर्जी के बलिदान को है। उनकी शहादत को याद करते हुए युवा मोर्चा ने राष्ट्रीय एकता यात्रा निकालने और लाल चौक पर ध्वजारोहण करने का संकल्प लिया था। केंद्र सरकार और उमर अब्दुल्ला ने अलगाववादियों के सामने घुटने टेक दिये हैं। कार्यकर्ताओं के बर्बर दमन का देश की जनता समय आने पर कड़ा उत्तर देंगी। भवानी चौक पर आयोजित धरना प्रदर्शन में भाग ले रहे कार्यकर्ताओं के आक्रोश को प्रभात झा ने युवा वर्ग की नयी अंगड़ायी बताते हुए कहा कि पार्टी उनके साथ है। उक्त अवसर पर मेघराज जैन, उषा चतुर्वेदी, रामेश्वर शर्मा, सरिता देशपांडे, आलोक शर्मा, विश्वास सारंग, ध्रुनवारायण सिंह, सुरेन्द्रनाथ सिंह, विजेश लूनावत, आलोक संजर, रमेश शर्मा गुट्टू भैया, लालसिंह आर्य, कोकसिंह नरवरिया, सत्यार्थ अग्रवाल, कृष्णा गौर, साधना सिंह चौहान, सुखप्रीत कौर, महेश शर्मा, लिली अग्रवाल, विष्ण राठौर सहित बड़ी संख्या में जनता और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और प्रदेश के कार्यकर्ताओं पर जम्मू-कश्मीर की सीमा पार किये गये अत्याचारों की कड़े शब्दों में भर्त्सना करते हुए आक्रोश व्यक्त किया।
भोपाल ग्रामीण का धरना प्रदर्षन कार्यक्रम बैरसिया में जिला अध्यक्ष भक्तपाल सिंह, विधायक ब्रम्हानंद रत्नाकर के नेतृत्व में संपन्न हुआ।

Date: 25-01-2011

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