भोपाल, ग्वालियर चंबल अंचल के दमदार नेता पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा की उपेक्षा से उनके समर्थक जमकर नाराज होने लगे हैं। मिश्रा के समर्थकों ने मुरार के जिला अस्पताल में लोकार्पण की पंिट्टका में उनका नाम नहीं होने पर जमकर हंगामा मचा दिया। समर्थकों ने इस पंिट्टका को पोतने का प्रयास भी किया।
उपनगर मुरार के अस्पताल को जिला अस्पताल का दर्जा दिलवाने से लेकर उसमें सौ बिस्तरों का अस्पताल बनवाने में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अनूप मिश्रा का योगदान उनके समर्थक अहम मानते हैं। गणतंत्र दिवस के मौके पर जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ग्वालियर आए तो प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने उनसे मुरार के इस अस्पताल का लोकार्पण करा दिया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा के साथ सांसद यशोधरा राजे सिंधिया और ग्वालियर ग्रामीण के बसपा विधायक मदन सिंह कुशवाह भी उपस्थित थे। इन्हीं लोगों के नाम लोकार्पण की पंिट्टका में भी लिखे गए थे। इसके अलावा भाजपा नेता नरेन्द्र सिंह तोमर, संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा, गृह राज्यमंत्री नारायण सिंह कुशवाह, विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जय सिंह कुशवाह, जयभान सिंह पवैया, शीतला सहाय तथा राज्यसभा सांसद माया सिंह का नाम भी इस पंिट्टका में लिखा गया था। यह बात जब मिश्रा समर्थकों को पता चली तो उन्होंने अस्पताल पहुंचकर बवाल खड़ा कर दिया। कुछ उत्साही समर्थकों ने पंिट्टका को पोतने का प्रयास भी किया। बाद में कुछ समर्थकों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए अपनी बात प्रदेशाध्यक्ष झा तक भी पहुंचा दी है।
इस पूरी घटना से साफ हो गया है कि अब अनूप मिश्रा को जिले में पूरी तरह नजरअंदाज किया जाने लगा है। मुरार अस्पताल जिस विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर पूर्व में आता है, वहां के वर्तमान विधायक अनूप मिश्रा ही हैं, लेकिन वे तो इस समारोह में उपस्थित नहीं थे, लेकिन उनका नाम तक लोकार्पण की पंिट्टका में नहीं था। इसके अलावा उस पंिट्टका में नाम बसपा विधायक मदन सिंह कुशवाह का था, जो ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र के विधायक हैं। यह विवाद सामने आने से स्वास्थ्य विभाग के अफसर पूरे मामले से दूर भागते हुए यही कह रहे हैं कि यह पंिट्टका पीडब्ल्यूडी ने तैयार की थी और कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन ने किया था।
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