सोमवार, 17 जनवरी 2011

महंगाई का दंश आम आदमी के साथ कांग्रेस का विश्वासघात- नीता पटैरिया

महंगाई का दंश आम आदमी के साथ कांग्रेस का विश्वासघात- नीता पटैरिया

भोपाल 17 जनवरी 2011। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष नीता पटैरिया ने कहा कि पाला और तुषार ने पहले ही प्रदेश में तबाही बरपा दी है ऐसे में पेट्रोल की मूल्यवृद्धि ने महंगाई बढाने में आग में घी डालने का कार्य किया है। नीता पटैरिया ने कहा कि कांग्रेसनीत यूपीए सरकार महंगाई पर लगाम लगाने में अपराधिक रूप से विफल हो चुकी है। कांग्रेस ने पहले महंगाई के लिये विश्वव्यापी मन्दी को जवाबदेह बताया और बाद में मानसून की विफलता पर दोष मढ दिया। अब कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी महंगाई के लिये गठबंधन को उत्तरदायी बताकर नाच न आए आगंन टेढा की कहावत चरितार्थ कर रहे है। यदि मंहगाई रोकने में कांग्रेसनीत यूपीए गठबंधन का कोई घटक दल असहयोग करता है तो राहुल जी को उसका नाम उजागर करना चाहिए। यह बहानाबाजी जनता के साथ विश्वासघात है। हकीकत यही है कि आम आदमी की उपेक्षा करके कांग्रेस ने कार्पोरेट घरानों को लूट की छूट दे दी है।
नीता पटैरिया ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमन्त्री महंगाई पर फौरी चिन्ता व्यक्त करके जनता को मुर्ख बना रहे है। जबकि हकीकत यह है कि कांग्रेस के पास महंगाई पर नियन्त्रण पाने के लिये न तो कोई नीति है और न कांग्रेस की नीयत है। कांग्रेस आग लगाकर पानी के लिए दौडने का प्रहसन भर कर रही है। देश में खाद्यान्न का बंपर उत्पादन होने के बाद भी गेहूं, चावल, चीनी के दामों में चौगुना वृद्धि बताती है कि देश के उपभोक्ता और किसान बिचौलियों के हाथों छले जा रहे है। आयात निर्यात को कांग्रेस ने मुनाफा का सौदा बना लिया है। बंपर फसल के बाद भी देश में पिछले तीन वर्षों में बार-बार गेहूं, चावल, चीनी का निर्यात और आयात किया जाना और मूल्यों को थामने में केन्द्र सरकार की विफलता का प्रमाण है।
नीता पटैरिया ने कहा कि महंगाई के लिये विपक्ष की राज्य सरकारों पर ठीकरा फोडना कांग्रेस की आफत बन चुकी है। यदि महंगाई के लिये राज्य सरकारों की निष्क्रियता जवाबदेह है तो कांग्रेस शासित राज्यों में महंगाई का ताण्डव जनता क्यों भुगत रही है।


Date: 17-01-2011

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