28 फरवरी की रात्रि में होगी बेघर परिवारों की गणना
भोपाल 18 जनवरी 2011। जनगणना 2011 का द्वितीय चरण मध्यप्रदेश में 9 फरवरी से 28 फरवरी, 2011 तक आयोजित होगा। इस दौरान 28 फरवरी की रात्रि में बेघर परिवारों की गणना की जायेगी। इसके बाद एक मार्च से पांच मार्च तक रिविजनल राउण्ड होगा। जनगणना 2011 की संदर्भ तिथि 1 मार्च, 2011 होगी।
जनगणना निदेशक मध्यप्रदेश श्री सचिन सिन्हा से प्राप्त जानकारी के अनुसार द्वितीय चरण में देश के निवासियों की गणना के साथ उनके जनसांख्यिकी, सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं प्रजननता संबंधी विवरण एकत्रित किये जायेंगे। इसके पहले जनगणना के प्रथम चरण में मकानसूचीकरण एवं मकानों की गणना के साथ ही राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर तैयार करने का कार्य 7 मई से 22 जून, 2010 की अवधि में सफलतापूर्वक संपन्न किया जा चुका है। मकान सूचीकरण के अन्तर्गत भवन/जनगणना, मकानों की संख्या, भवन निर्माण में प्रयुक्त प्रमुख सामग्री, मकानों के उपयोग, परिवार के पास उपलब्ध सुविधायें जैसे पेयजल, प्रकाश का स्रोत, शौचालय एवं रसोई घर की उपलब्धता तथा परिवार द्वारा धारित परिसंपत्तियों एवं बैंकिंग सेवा का उपयोग जैसी जानकारी एकत्रित की गई।
प्रथम चरण की तैयारी के अंतर्गत राज्य के सभी 10 संभाग, 342 तहसीलें, 364 सांविधिक नगर, 112 जनगणना नगर एवं 54944 ग्रामों को जनगणना 2011 के लिये अंतिम रूप दिया गया। राज्य की सभी ग्रामीण एवं नगरीय इकाईयों में प्रथम चरण का कार्य सुचारू रूप से संपन्न करने के उद्देश्य से सभी आवासीय एवं गैर आवासीय मकानों को नम्बर देने का कार्य सम्बंधित चार्ज अधिकारी के माध्यम से सम्पन्न किया गया। प्रत्येक ग्राम में सभी मकानों को एक से लेकर निरंतर अंतिम नंबर तक दिया गया। नगरों की स्थिति में वार्डवार सभी मकानों को एक से निरंतर नम्बर दिये गये। मकानों को नम्बर देने के पश्चात सभी ग्रामीण एवं नगरीय चार्जों के लिये ग्रामवार/वार्डवार चार्ज रजिस्टर तैयार किया गया जो कि सम्पूर्ण जनगणना प्रक्रिया का आधार स्तम्भ होता है। इसमें 120 से 150 परिवार अथवा 650 जनंसख्या के मान से गणना ब्लॉक बनाये गये और प्रगणक पर्यवेक्षकों को वहां नियुक्त करते हुए इन्हें जार्च रजिस्टर में गणना ब्लॉक आवंटित किये गये।
जनगणना के व्यापक कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिये विभिन्न स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये गये। प्रथम चरण के अंतर्गत सर्वप्रथम सभी जिला जनगणना अधिकारियों की एक दिवसीय कार्यशाला राज्य मुख्यालय में 27 मार्च, 2010 को आयोजित की गई। दूसरे चरण के अंतर्गत समस्त जिला मुख्यालयों में जिला अंतर्गत समस्त चार्ज अधिकारियों के लिये प्रशिक्षण आयोजित किया गया एवं अंतिम चरण में प्रगणक/पर्यवेक्षकों को चार्ज स्तर पर प्रशिक्षण दिया गया।
प्रथम बार प्रशिक्षण कार्यक्रम यूनीसेफ की सहभागिता से आयोजित किये गये। इसके लिये राज्य स्तर पर निदेशालय से तीन नेशनल ट्रेनर्स (एनटीएस) एवं एनजीओ से तीन नेशनल ट्रेनर्स को राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण दिया गया। अगले क्रम में नेशनल ट्रेनर्स द्वारा 45 मास्टर ट्रेनर फेसलीटेटर्स (एमटीएफएस) को प्रशिक्षण दिया गया। इन मास्टर ट्रेनरफेसलीटेटर्स (एमटीएफएस) द्वारा कुल 3,340 मास्टर ट्रेनर्स (एमटीएस) को वृहद प्रशिक्षण दिया गया। अंतिम कड़ी में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा राज्य के प्रत्येक चार्ज स्तर पर प्रगणक पर्यवेक्षकों को दो चक्रों में प्रशिक्षण दिया गया।
जनगणना कार्य के प्रथम चरण में राज्य शासन के विभिन्न स्तर के कुल एक लाख 34 हजार अधिकारी कर्मचारी, प्रमुख जनगणना अधिकारी, जिला जनगणना अधिकारी, चार्ज अधिकारी, पर्यवेक्षक एवं प्रगणकों को प्रशिक्षण दिया गया।
Date: 18-jan2011
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